बिहार चुनाव परिणाम आने के बाद से चुप रहे आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने गुरुवार 12 नवंबर को कहा कि जनादेश महागठबंधन के पक्ष में था, लेकिन चुनाव आयोग का परिणाम एनडीए के पक्ष में आया। यह पहली बार नहीं हुआ है। 2015 में जब महागठबंधन बना था, तब वोट हमारे पक्ष में थे, लेकिन बीजेपी ने सत्ता हासिल करने के लिए बैक डोर एंट्री ली। उनका आरोप है कि हमें लोगों का समर्थन मिला, लेकिन राजग ने धन, छल और बल के जरिए चुनावी जीत हासिल की।
तेजस्वी यादव ने कहा कि चुनाव आयोग से हम उन सभी विधानसभा क्षेत्रों में डाक मतपत्रों की दोबारा गिनती किए जाने की मांग करते हैं, जहां इनकी गिनती शुरू में नहीं अंत में की गई। उन्होंने कहा, हम 20 सीटों पर मामूली अंतर से हारे। कई विधानसभा क्षेत्रों में कम से कम 900 डाक मतपत्रों को रद्द कर किया गया। उन्होंने यह भी सवाल किया कि पोस्टल बैलट शुरू में क्यों नहीं गिने गए थे और आरोप लगाया कि कई सीटों पर पोस्टल बैलट्स को अवैध घोषित कर दिया गया था। उन्होंने मांग की कि जिन पोस्टल बैलट्स को अवैध घोषित किया गया था, उन्हें सामने लाया जाए।
उन्होंने यह भी
कहा कि यह चौंकाने वाली बात है कि NDA को महागठबंधन से केवल
12,270 वोट अधिक मिले और फिर भी वह 15 और सीटें जीतने में सफल रहा। तेजस्वी की इस
शिकायत के पीछे क्या वास्तव में वाजिब कारण हैं या यह हार की पेशबंदी है? इसका जवाब देने के पहले चुनाव आयोग के उत्तर का
इंतजार करना चाहिए। चूंकि आरोप सीधे चुनाव आयोग पर है, इसलिए उसे अपनी स्थिति
स्पष्ट करनी चाहिए।
तेजस्वी ने 20 सीटों का नाम लिया है, पर उन सीटों की सूची नहीं दी है। बहरहाल उनके पास अदालत जाने का अधिकार है, पर उसके पहले उन्हें अपने आरोप को स्पष्ट करना चाहिए कि कहाँ पर और क्या शिकायत है। अलबत्ता गुरुवार को ही बिहार के मुख्य चुनाव अधिकारी एचआर श्रीनिवास ने कहा कि चुनाव आयोग कि निर्देशों के अनुसार एक जगह रिकाउंटिंग कराई गई थी। मोटे तौर पर चुनाव आयोग की व्यवस्थाएं हर स्तर पर इतनी पारदर्शी होती हैं कि उनमें दोष ढूँढना आसान नहीं है। हर चरण पर प्रत्याशियों के प्रतिनिधि दस्तखत करते हैं। फिर भी तेजस्वी को शिकायत है, तो उन्हें अदालत में जाना चाहिए।
बिहार में
महागठबंधन की हार को लेकर अब बयानबाज़ी का दौर शुरू हुआ है। कांग्रेस के ही वरिष्ठ
नेता तारिक अनवर ने कहा है कि कांग्रेस के कारण महागठबंधन की सरकार नहीं बन पाई।
इस बयान को लेकर अब विवाद खड़ा हो रहा है।
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