गूगल के होम पेज पर अक्सर देशकाल के हिसाब से चित्र बदलता है। 17 सितम्बर को अनंत पै के 82 वें जन्म दिन की याद करते हुए उनका चित्र लगाया है। अनंत पै को न जाने कितने भारतीय याद रखते हैं। उनका योगदान केवल चित्रकथाएं नहीं हैं। उन्होंने अमर चित्र कथा के रूप में एक नए विषय का प्रवेश कराया। भारत में फैंटम, मैनड्रेक और फ्लैश गॉर्डन जैसे पात्रों का प्रवेश कराया और बच्चों से लेकर बूढ़ों तक के लिए सुरुचिपूर्ण सामग्री तैयार की।
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Saturday, September 17, 2011
गूगल पर अनंत पै
गूगल के होम पेज पर अक्सर देशकाल के हिसाब से चित्र बदलता है। 17 सितम्बर को अनंत पै के 82 वें जन्म दिन की याद करते हुए उनका चित्र लगाया है। अनंत पै को न जाने कितने भारतीय याद रखते हैं। उनका योगदान केवल चित्रकथाएं नहीं हैं। उन्होंने अमर चित्र कथा के रूप में एक नए विषय का प्रवेश कराया। भारत में फैंटम, मैनड्रेक और फ्लैश गॉर्डन जैसे पात्रों का प्रवेश कराया और बच्चों से लेकर बूढ़ों तक के लिए सुरुचिपूर्ण सामग्री तैयार की।
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