![](https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEgoS05q75w1B8wietllomdElUUOWgK91T9Ytl_LQa4hrvY5P0520kxJ8MtLtZ4mxHhSL3uGeJxLPOc5VmnbqbC9_-22CADP21SCnyuuEy9V8ZxNoJrrGpQ3PzHK8ZkSYYv9IZfXpw/s320/%25E0%25A4%2585%25E0%25A4%2596%25E0%25A4%25BF%25E0%25A4%25B2%25E0%25A5%2587%25E0%25A4%25B6+%25E0%25A4%25AC%25E0%25A4%25A8%25E0%25A4%25BE%25E0%25A4%25AE+%25E0%25A4%25AE%25E0%25A5%2581%25E0%25A4%25B2%25E0%25A4%25BE%25E0%25A4%25AF%25E0%25A4%25AE.jpg)
सलमान रावी
बीबीसी संवाददाता, दिल्ली
समाजवादी पार्टी में हालात कुछ मुग़लिया सल्तनत के उस दौर जैसे हैं जब अकबर हिन्दुस्तान के शहंशाह हुआ करते थे और सलीम को ख़ुद की पहचान के लिए बग़ावत करनी पड़ी थी.
राजनीतिक विश्लेषक समाजवादी पार्टी की बैठक के दौरान अखिलेश यादव के तेवर में बग़ावत की बू पाते हैं.
बैठक के दौरान पार्टी सर्वेसर्वा मुलायम सिंह यादव द्वारा पुत्र को सार्वजनिक फटकार, और अखिलेश यादव की चाचा शिवपाल यादव से हुई नोक झोंक से समझ साफ है कि समाजवादी पार्टी में सबकुछ ठीक नहीं है.
राजनीतिक विश्लेषक प्रमोद जोशी कहते हैं कि अखिलेश यादव का राजनीतिक भविष्य उनकी बग़ावत में ही है.
प्रमोद जोशी कहते हैं, "अखिलेश यादव की बग़ावत उसी तरह की है जैसी शहज़ादे सलीम ने अकबर के ख़िलाफ़ की थी. अगर वो झुक जाते हैं तो उनका राजनीतिक भविष्य ख़त्म हो जाएगा."
पूरा आलेख पढ़ें बीबीसी हिन्दी डॉट कॉम पर