राइजिंग कश्मीर के सम्पादक शुजात बुखारी की
हत्या,जिस रोज हुई, उसी रोज सेना के एक जवान औरंगजेब
खान की हत्या की खबर भी आई थी। इसके दो-तीन दिन पहले से कश्मीर में अचानक हिंसा का
सिलसिला तेज हो गया था। नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तानी गोलीबारी से बीएसएफ के चार
जवानों की हत्या की खबरें भी इसी दौरान आईं थीं। हिंसा की ये घटनाएं कथित
युद्ध-विराम के दौरान तीन हफ्ते की अपेक्षाकृत शांति के बाद हुई हैं। कौन है इस
हिंसा के पीछे?भारतीय विशेषज्ञों का अनुमान है कि इसमें लश्कर या
हिज्बुल मुजाहिदीन का हाथ है।