Monday, October 26, 2020

पश्चिमी देशों में संक्रमण की एक और लहर

 

भारत के स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार 20 अक्तूबर को विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की एक रिपोर्ट जारी की, जिसके मुताबिक यूके, यूएस, स्पेन, फ्रांस समेत दुनिया के कई देशों में कोरोना की दूसरी लहर शुरू हो चुकी है। यहां संक्रमितों की संख्या में तेजी देखी गई है। न्यू एंड इमर्जिंग रेस्पिरेटरी वायरस थ्रैट्स एडवाइजरी ग्रुप के अध्यक्ष एवं ब्रिटेन सरकार के सलाहकार पीटर हॉर्बी ने कहा है कि बढ़ते मामले को देखते हुए एक बार फिर राष्ट्रीय लॉकडाउन लगाया जा सकता है।

स्पेन ने कोविड-19 संक्रमण की नई लहर को नियंत्रित करने के लिए रात के वक़्त में कर्फ़्यू लगा दिया है और राष्ट्रीय आपातकाल की घोषणा कर दी है।स्पेन के प्रधानमंत्री पेद्रो सांचेज़ ने कहा कि रात 11 बजे से अगली सुबह छह बजे तक कर्फ़्यू लागू रहेगा यानी लोगों के घर से बाहर निकलने पर रोक रहेगी।  ये प्रतिबंध रविवार से लागू हो गए हैं। सांचेज़ ने यह भी कहा कि आपातकाल के तहत स्थानीय प्रशासन विभिन्न क्षेत्रों में आने-जाने पर भी प्रतिबंध लगा सकते हैं। उन्होंने कहा कि वे संसद से नए नियमों की समयावधि बढ़ाकर छह महीने करने के लिए कहेंगे, जो फिलहाल 15 दिन है।

फ्रांस दस लाख पार

फ्रांस में हर रोज आने वाले नए केसों की संख्या पचास हजार पार कर गई है। रविवार 25 अक्तूबर को वहाँ 52,010 नए केस दर्ज हुए। देश में कन्फर्म केसों की संख्या 10 लाख से ऊपर हो गई है। इस श्रेणी में आना वाला वह सातवाँ देश है। उसके बाद कोलम्बिया दस लाख पार करने वाला आठवाँ देश बन गया है। मैक्सिको, पेरू और यूके भी जल्द ही दस लाख से ऊपर वाले देश बन सकते हैं। फ्रांस की करीब दो तिहाई आबादी कर्फ्यू में है। इटली में इस महीने के शुरू से अबतक नए मामलों में 17 गुना वृद्धि हुई है। शुक्रवार 23 अक्तूबर को 19,143 नए मामले सामने आए। देश के कैम्पेनिया क्षेत्र में लॉकडाउन फिर से लागू किया जा रहा है।

अमेरिका में शनिवार 24 अक्तूबर को 83,757 और 24 को 83,718 नए केस दर्ज किए गए। अभी तक अमेरिका में हर रोज संक्रमणों की संख्या 60 हजार के आसपास थी, पर अब यह तेजी से बढ़ रही है। लगातार दो दिन की यह रिकॉर्ड संख्या आने वाले वक्त की भयावहता का अंदेशा दे रही है। अमेरिका में कुल केस 86 लाख से ज्यादा हो चुके हैं। आशंका है कि राष्ट्रपति चुनाव के ठीक यह संख्या काफी तेजी से बढ़ेगी।

जॉन हॉपकिंस इंस्टीट्यूट के अनुसार दुनियाभर में कोरोना से संक्रमित लोगों की संख्या 4.30 करोड़ के पार हो गई है। करीब 12 लाख लोगों की मौत इस बीमारी से हुई है। फ्रांस में अब हर रोज 40 हजार से ज्यादा संक्रमण हो रहे हैं। संक्रमण में नई तेजी ज्यादातर यूरोपीय देशों में दूसरी लहर है। अमेरिका में यह तीसरी लहर है, जबकि भारत और दक्षिण अमेरिका में पहली लहर उतार पर है।

यूरोप में एक और लहर

संक्रमण की पहली लहर दिसंबर 2019 में चीन में आई थी। इस वर्ष के शुरू में तेजी से प्रारंभिक प्रकोप के बाद, फरवरी के अंत तक चीन प्रकोप को नियंत्रित करने में कामयाब रहा। दूसरी लहर यूरोप में मार्च में शुरू हुई। इटली के साथ स्पेन, यूके, जर्मनी और सबसे बड़े हॉट स्पॉट के रूप में वायरस मई तक अमेरिका में फैल चुका था। अगस्त में वायरस ने भारत को अपनी चपेट में लिया और देखते ही देखते दैनिक संक्रमण में भारत पहले स्थान पर आ गया।

एक दिन में कोरोना के 11,287 नए मामलों की पुष्टि के साथ ही जर्मनी में दैनिक संक्रमण का रिकॉर्ड 10,000 से ऊपर चला गया है। देश के स्वास्थ्य मंत्री येन्स श्पान कोरोना से संक्रमित होने वाले पहले हाई प्रोफाइल नेता हैं। जर्मनी के राष्ट्रपति फ्रांक-वाल्टर श्टाइनमायर भी इस समय होम क्वारंटीन में हैं क्योंकि वह एक कोरोना संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आए थे। इसी तरह जर्मन चांसलर अंगेला मैर्केल भी महामारी के शुरुआती चरण में मार्च-अप्रैल में दो हफ्ते तक क्वारंटीन में रही थीं। पोलैंड में राष्ट्रपति आंद्रेज डूडा कोविड-19 पॉजिटिव पाए गए हैं।


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