Friday, October 30, 2020

यूरोप में फिर से लॉकडाउन


यूरोप में कोविड-19 की एक और लहर के खतरे को देखते हुए फ्रांस और जर्मनी ने लॉकडाउन की घोषणा की है। ब्रिटेन भी लॉकडाउन लागू करने पर विचार कर रहा है, पर उसके आर्थिक निहितार्थ को देखते हुए संकोच कर रहा है। कुछ शहरों में उसे लागू कर भी दिया गया है। गत बुधवार 28 अक्तूबर को टीवी पर राष्ट्र के नाम संबोधन में फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने कहा कि शुक्रवार से लॉकडाउन शुरू होगा, जो करीब एक महीने तक लागू रहेगा। इस दौरान लोगों से अपने घरों में रहने को कहा गया है। रेस्त्रां और बार बंद कर दिए गए हैं। गैर-जरूरी वस्तुओं की दुकानों को भी बंद किया जा रहा है।

उधर जर्मनी की चांसलर अंगेला मार्केल ने कहा है कि देश की संघीय और राज्य सरकारों ने कम प्रतिबंधों के साथ एक महीने के शटडाउन का फैसला किया है। इस दौरान रेस्त्रां, बार, फिटनेस स्टूडियो, कंसर्ट हॉल, थिएटर वगैरह बंद रहेंगे। यह शटडाउन सोमवार से शुरू होगा।

दोनों देशों के नेताओं को शटडाउन के आर्थिक प्रभावों की चिंता भी है, इसलिए कारखानों और स्कूलों को खुला रखा जाएगा। फ्रांस के राष्ट्रपति का कहना है कि लोगों को दृढ़ निश्चय के साथ इस लड़ाई में आगे आना चाहिए। यदि हमने वायरस के प्रसार पर ब्रेक नहीं लगाए, तो अस्पतालों में जगह नहीं मिलेगी।

कोरोना का असर अमेरिका और यूरोप के देशों पर बहुत ज्यादा है, जबकि एशिया के देशों में तुलनात्मक रूप से कम है। खासतौर से दक्षिण कोरिया, सिंगापुर और जापान जैसे देशों में स्थिति काफी अच्छी है।

 

  

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