बर्लिन अंतरराष्ट्रीय फिल्म समारोह यानी बर्लिनेल ने फैसला किया है कि अगले साल के संस्करण के अभिनय वर्ग के इसके पुरस्कार लिंग-निरपेक्ष होंगे। यानी महिला और पुरुष वर्ग के अलग-अलग पुरस्कार नहीं होंगे। सर्वश्रेष्ठ लीड अभिनय का एक पुरस्कार होगा। भले ही वह महिला को मिले या पुरुष को। इसी तरह सहायक अभिनय का पुरस्कार भी होगा। ये दोनों पुरस्कार अभी तक लिंग-सापेक्ष थे। यह घोषणा लैंगिक समानता के लिहाज से बहुत महत्वपूर्ण है। अभिनय को महिला और पुरुष वर्ग में बाँटने की प्रवृत्ति खत्म होगी, तो हम लैंगिक संवेदनशीलता के दूसरे महत्वपूर्ण सवालों की तरफ देख पाएंगे।
बर्लिनेल दुनिया का सबसे बड़ा फिल्म समारोह माना जाता है और सबसे प्रगतिशील भी। जीवन के दूसरे क्षेत्रों की तरह संस्कृति में भी विभाजन या वर्गीकरण के साथ कई किस्म की असमानताएं शुरू होती हैं। यों एक दृष्टि यह भी है कि हाशिए के वर्गों के लिए अलग पुरस्कारों का वर्ग भी होना चाहिए। मसलन वैश्विक स्तर पर अश्वेत फिल्मकारों के अलग पुरस्कार वगैरह, पर अंततः हमें लैंगिक-सापेक्षता को छोड़ना चाहिए। आखिरकार महाश्वेता देवी, निर्मल वर्मा, केदारनाथ सिंह और कृष्णा सोबती को उनके लेखन के आधार पर ज्ञानपीठ से सम्मानित किया गया। पुरुष लेखक या महिला लेखक के रूप में नहीं। पत्रकारिता के पुलिट्जर पुरस्कार लिंग-निरपेक्ष होते हैं। अच्छे रिपोर्टर या फोटोग्राफर का फैसला लैंगिक आधार पर करने से गुणात्मक पैमाने बदल जाते हैं। इस लिहाज से यह अच्छा फैसला है।
बावजूद इस घोषणा
के यह बात अपनी जगह बनी रहेगी कि दुनिया में स्त्रियों को पुरुषों की तुलना में पीछे
रखा जाता है। हॉलीवुड से लेकर बॉलीवुड तक महिला कलाकारों की स्थिति पुरुषों की
तुलना में कमतर होती है। हालांकि भेदभाव के दूसरे मानदंड भी हैं। बॉलीवुड में स्थापित
खानदानों की संतानों के लिए मैदान जितना आसान है, उतना ही बाहर से आने वालों के
लिए मुश्किल। दूसरी तरफ किसी न किसी स्तर पर प्रतिभा सामने आती ही है और
प्रतिभाहीन तो पीछे जाना पड़ता है, भले ही वह खानदानी हो। यों भी यह संघर्ष चलता
रहेगा और ऐसे मसलों पर बहस भी।
समारोह के
प्रबंधन ने यह भी घोषणा की कि 2021 में 11 से 21 फरवरी तक
उसका 71वाँ समारोह भौतिक रूप से होगा, आभासी नहीं। अलबत्ता बर्लिन में 11 से 18 फरवरी के बीच
चलने वाले यूरोपीय फिल्म बाजार के लिए एक हाइब्रिड मॉडल की योजना बनाई गई है। फेस्टिवल
के निदेशक मरीटे रिसेनबीक और कार्लो चैट्रियां ने गत 24 अगस्त को संयुक्त बयान में
कहा, हमारा मानना है कि अभिनय क्षेत्र में
पुरस्कारों को लिंग के अनुसार अलग नहीं करना फिल्म उद्योग में अधिक लिंग-संवेदनशील
जागरूकता के लिए एक संकेत है। इसबार सर्वश्रेष्ठ अभिनेता और अभिनेत्री के लिए
पुरस्कारों के बजाय, सर्वश्रेष्ठ लीड अभिनय प्रदर्शन और सर्वश्रेष्ठ
सहायक अभिनय प्रदर्शन के लिए सिल्वर बियर प्रदान किए जाएंगे।
अंतरराष्ट्रीय ज्यूरी
मुख्य प्रतियोगिता खंड में फिल्मों के लिए आठ पुरस्कार प्रदान करेगी: सर्वश्रेष्ठ
फिल्म के लिए गोल्डन बीयर (फिल्म के निर्माताओं को सम्मानित), सिल्वर बीयर ग्रैंड ज्यूरी पुरस्कार, निर्देशक के लिए सिल्वर बीयर, सिल्वर बीयर
ज्यूरी पुरस्कार, अग्रणी प्रदर्शन के लिए सिल्वर बीयर, प्रदर्शन के समर्थन के लिए सिल्वर बीयर, पटकथा के लिए सिल्वर बीयर, और उत्कृष्ट
कलात्मक योगदान के लिए सिल्वर बीयर ।
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