चीन की समाचार एजेंसी शिनह्वा ने चंद्रमा की सतह पर उतरे अपने यान की यह तस्वीर जारी की है।
चीन ने मंगलवार 1 दिसंबर को अपना यान चंद्रमा पर उतारने में
सफलता हासिल कर ली है। चीन ने चैंग
ई-5 यान का प्रक्षेपण गत 24 नवंबर को किया था। यह यान चंद्रमा की सतह से वहाँ
के नमूने लेकर धरती पर वापस आएगा। पौराणिक आख्यान में चैंग ई को चंद्रमा की देवी
माना जाता है। यह मिशन चंद्रमा की सतह पर लावा के बने क्षेत्र ओशनस प्रोसीलैरम
यानी ‘तूफानों का सागर’ पर उतरा है, जहाँ इसके पहले धरती
का कोई यान नहीं उतरा था। यह चंद्रमा से करीब दो
किलोग्राम सामग्री लेकर वापस आएगा।
यह मिशन पूरा होने के बाद चीन ऐसा तीसरा देश होगा, जिसे चंद्रमा की सतह से नमूने धरती पर लाने में सफलता मिली होगी। इसके पहले अमेरिका और सोवियत संघ को इस काम में सफलता मिली है। चंद्रमा की सतह पर उतरने वाले वाहन की रोबोटिक भुजा सतह पर ड्रिलिंग करेगी और उससे प्राप्त सामग्री को वापस जाने वाले वाहन में रखेगी। यह वाहन वापस उड़ान भरेगा और चंद्रमा की कक्षा में चक्कर लगा रहे वाहन से जुड़ेगा, जो पृथ्वी पर वापस आएगा।
चीनी प्रसारक सीसीटीवी के अनुसार अगले दो दिन में चंद्रमा
की सतह से नमूनों को एकत्र करने का काम शुरू हो जाएगा। चीन ने अपना पहला चंद्रयान
2013 में चंद्रमा की सतह पर उतारा था। पिछले साल जनवरी में चीन का चैंग ई-4 यान
चंद्रमा की उस सतह पर उतरा जो धरती से दिखाई नहीं पड़ती है। उस क्षेत्र में इससे
पहले कोई यान नहीं उतरा था।
आपकी इस प्रस्तुति का लिंक 3.12.2020 को चर्चा मंच पर दिया जाएगा। आपकी उपस्थिति मंच की शोभा बढ़ाएगी|
ReplyDeleteधन्यवाद
दिलबागसिंह विर्क
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