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बीएनपी राष्ट्रीय स्थायी समिति की प्रेस कॉन्फ्रेंस |
हाल के घटनाक्रम से लग रहा है कि बांग्लादेश फिर से अराजकता की गिरफ्त में आ रहा है. उसकी पेशबंदी में ही शायद अंतरिम सरकार के प्रमुख मोहम्मद यूनुस ने धमकी दी है कि मैं इस्तीफा देने पर विचार कर रहा हूँ.
इतना साफ है कि यूनुस ने हटने का प्रचार किया, वे
हटना नहीं चाहते, बल्कि उनके कुछ समर्थक चाहते हैं कि वे अगले पाँच साल तक इस पद
पर बने रहें, जो संभव नहीं.
दूसरी तरफ देश की सेना का रुख कुछ मामलों में
सरकारी रुख से अलग नज़र आ रहा है. सेना के एक प्रवक्ता ने सोमवार 26 मई को कहा कि
बांग्लादेश की सशस्त्र सेनाएँ ऐसे निर्णयों में शामिल नहीं होंगी जो राष्ट्रीय
सुरक्षा को नुकसान पहुँचा सकती हैं.
ढाका में एक प्रेस वार्ता में लेफ्टिनेंट कर्नल शफ़ीकुल
इस्लाम ने म्यांमार के रखाइन प्रांत में मानवीय गलियारा शुरू करने की अंतरिम सरकार
की पहल से मतभेद का संकेत दिया और कहा कि बांग्लादेश की
सेना इस मामले पर ‘समझौता नहीं करेगी’.
इसके पहले यूनुस के प्रेस सचिव शफ़ीकुल आलम ने रविवार को कहा कि यूनुस अगले साल 30 जून के बाद एक दिन भी सत्ता में नहीं रहेंगे और संसदीय चुनाव इसी अवधि के भीतर होंगे. ऐसा है, तो फिर चुनाव की तारीखें घोषित करने में दिक्कत क्या है?