बरखा दत्त की पत्रकारिता शैली और साहस की तारीफ होती है। वे करगिल तक गईं और धमाकों के बीच रिपोर्टिंग की। न्यूयार्क टाइम्स ने इस मामले पर एक रपट प्रकाशित की है जिसमें बरखा दत्त के बारे में जानकारी देते वक्त उस उत्साह का विवरण दिया है जो उन्हें विरासत में मिला है। न्यूयार्क टाइम्स के अनुसार-
Ms. Dutt has followed in the footsteps of her mother, Prabha Dutt, who was a trailblazing female newspaper reporter, barging her way onto the front lines of the battles with Pakistan in 1965 despite her editors’ reluctance to dispatch a woman to cover a war.