Friday, September 24, 2010

नया वाला जियो उठो बढ़ो जीतो

सुनिए क्या आपको यह पसंद आया?



ओ यारो ये इंडिया..बुला लिया..
दीवाना ये इंडिया बुला लिया..बुला लिया
ये तो खेल हैं, बड़ा मेल हैं
मिला दिया, मिला दिया


ओ रुकना रुकना रुकना
रुकना रुकना नहीं..
हारना हारना हारना
हारना हारना नहीं..
जुनून से कानून से मैदान मारो

लेट्स गो..लेट्स गो
प्ले ओ जियो हेयो लेट्स गो
प्ले ओ जियो हेयो लेट्स गो




ओ यारो ये इंडिया..बुला लिया..
दीवाना ये इंडिया बुला लिया..बुला लिया
पर्वत से ऊँचे हो तुम
तो ये दुनिया सलामी दे
सर्द इरादे न हो जाएं कहीं
दिल को वो सूरज दे
जियो उठो बढ़ो जीतो
jतेरा मेरा जहाँ लेट्स गो

कैसी सजी है सजी है देखों माटी अपनी
बनी रश्के जहाँ यारा हो
कई रंग हैं बोली हैं देश हैं मगर
यहीं जग है समाया सारा हो

लागी रे अब लागी रे लगन
जागी रे मन जीत की अगन
उठी रे अब इरादों में तपन
चली रे टोली चली बन ठन

द लांगर द नाइट
द लांगर अवर ड्रीम्स बी
फ्लो लाइक द विंड
लेट द गेम्स टेक ओवर मी
बी लाइक द टाइगर स्ट्रांग
लेट द फियर बी गॉन
फॉलो द विल टु विन टु थ्रिल टु थ्रल..
प्ले ओ जियो हेयो लेट्स गो

कदमों में एक भँवर
का है दिन..
जश्न का आज दिन है
सीनों में तूफान
का हैं दिन..
बाजू आजमा ये दिन है
ये दिन है तेरा दिन है
तू जोर लगा.. चल आँख मिला..
कल ना आए दिन ये!
जियो उठो बढ़ो जीतो
प्ले ओ जियो लेट्स गो


जियो उठो बढ़ो जीतो
तेरा मेरा जहाँ लेट्स गो


5 comments:

  1. ए.आर. रहमान की शायद सबसे खराब कम्पोजीशन
    कभी यहां भी आइए...
    http://veenakesur.blogspot.com/

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  2. ये तो ठीक है पर एक तरफ खेल के नाम पर कटती देश की नाक का क्या ?

    कृपया इसे भी पढ़े :-
    क्या आप के बेटे के पास भी है सच्चे दोस्त ????

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  3. This comment has been removed by the author.

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  4. Joshiji,
    Koi bhi jaan-boojh kar apni badnami nahi chahta hai.Desh ke sath Rehman saheb ki bhi to badnami hogi.Unhoney Khel ka joshila gana banaya hai.
    Jab koi khud itna bhi nahi kar sakta to kori
    Alochna nahi karna chahiye.

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  5. ‌‌‌गीत में कुछ मजा नहीं आया। सारी समस्याओं में उम्मीद थी ​कि रहमान साहब कुछ खास करेंगे, ले​किन ऐसा भी नहीं हो पाया।

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