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ग्रीनबैंक टेलिस्कोप |
नक्षत्र KIC 8462852, जिसे अनौपचारिक रूप से टैबीस स्टार कहा जा रहा है, इस वक्त अंतरिक्षविज्ञानियों की दिलचस्पी का विषय बना हुआ है। इसके असाधारण व्यवहार के कारण अनुमान लगाया जा रहा है कि यहाँ किसी अत्यधिक विकसित सभ्यता का निवास है, जो अंतरिक्ष की समस्त इंजीनियरी को समझती है या उसका निर्धारण करने में समर्थ है। दूसरी ओर अनुमान यह भी है कि इसकी चमक में आने वाली तेजी या कमी धूमकेतुओंं या किसी दूसरी प्राकृतिक परिघटना का परिणाम है, जिसे हमारे वैज्ञानिक अभी समझ नहीं पाए हैं।
वैज्ञानिक अभी इस बात पर सहमत नहीं हो पाए हैं कि धरती से 1,480 प्रकाश वर्ष दूर किसी बुद्धिमान प्राणी ने नक्षत्र की रोशनी को रोकने वाली कोई विशाल संरचना बना ली है। अलबत्ता अंतरिक्ष में बुद्धिमान प्राणी की खोज में लगी The Breakthrough Listen SETI (Search for Extraterrestrial Intelligence) परियोजना अपने सबसे ताकतवर रेडियो टेलिस्कोप इस काम में लगा रही है।
यह परियोजना रूसी उद्यमी यूरी मिल्नर और ब्रिटिश सैद्धांतिक भौतिकविज्ञानी स्टीफन हॉकिंग और फेसबुक के जन्मदाता मार्क जुकेनबर्ग का मिला-जुला प्रयास है। बुधवार 26 अक्तूबर से अमेरिका के पश्चिमी वर्जीनिया में लगे 100 मीटर के ग्रीन बैंक टेलिस्कोप (साथ का चित्र) के साथ वैज्ञानिकों की एक टीम ने इसके ऑब्जर्वेंशन का काम शुरू किया है। अगले दो महीने तक तीन-तीन रातें आठ-आठ घंटे टैबीस स्टार की गतिविधियों पर नजर रखने का काम किया जाएगा।
The Breakthrough Listen SETI कार्यक्रम के पास धरती का सबसे बड़ा टेलिस्कोप है। यह उपकरण बेहतर तरीके से इस परिघटना पर नजर रख सकता है। इस अध्ययन की खासियत है कि इस बार केवल एक सितारे पर नजर है।
http://www.seeker.com/alien-megastructure-tabbys-star-seti-intelligent-civilization-dyson-sp-2064947450.html
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