शनिवार को गृहमंत्री अमित शाह ने हैदराबाद के भाग्यलक्ष्मी मंदिर में दर्शन किए। उनके साथ ही उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने इस शहर का नाम बदल कर भाग्यनगर रखने का सुझाव दिया। क्या इन दोनों का कोई आपसी संबंध है?
क्या है भाग्यलक्ष्मी मंदिर की पृष्ठभूमि? हैदराबाद की प्रसिद्ध चारमीनार की दक्षिण पश्चिम मीनार की दीवार से लगा यह देवी
महालक्ष्मी का मंदिर है। यह कोई प्राचीन इमारत नहीं है। इसकी छत टीन की है और इसकी
पिछली दीवार वस्तुतः मीनार की दीवार है। इस बात का कोई आधिकारिक विवरण उपलब्ध नहीं
है कि यह मंदिर कब बना, पर ज्यादातर लोग मानते हैं कि यह साठ के दशक में पहली बार
देखा गया था।
एंड्रयू पीटरसन की डिक्शनरी ऑफ इस्लामिक आर्किटेक्चर के अनुसार हैदराबाद शहर का पुराना नाम बाग़नगर यानी बगीचों का शहर था। मुहम्मद कुली कुतुब शाह ने इसका नाम बदलकर हैदराबाद कर दिया। किंवदंती यह भी है कि कुली कुतुब शाह की प्रेमिका (और रानी, जो हिंदू थी) भागमती के नाम पर यह नाम पड़ा। इस आशय के किस्से काफी प्रचलन में हैं। लिखित इतिहास के अनुसार कुली कुतुब शाह ने अपनी राजधानी को गोलकुंडा से बाहर ले जाने के लिए इस शहर का निर्माण किया था।