कोविड महामारी के समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस साल मार्च में बांग्लादेश की एक संक्षिप्त यात्रा के बाद अपनी पहली अंतरराष्ट्रीय यात्रा के लिए अमेरिका पहुँच गए हैं। वे 26 सितंबर को देर रात दिल्ली लौटेंगे। फिलहाल निगाहें 24 सितम्बर को उनकी अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन के साथ बैठक पर होगी। शुक्रवार को ही ह्वाइट हाउस में क्वाड देशों के नेताओं की बैठक होगी। इसके बाद मोदी न्यूयॉर्क के लिए रवाना हो जाएंगे और 25 सितंबर को वहां संयुक्त राष्ट्र महासभा के 76वें सत्र को संबोधित करेंगे।
मोदी वॉशिंगटन के होटल बिलार्ड में ठहरे हैं,
वे यहां भी लोगों के अभिवादन का जवाब देते नजर आए। मोदी आज वे एपल के
सीईओ टिम कुक समेत क्वालकॉम, एडोबी और ब्लैकस्टोन जैसी कंपनियों के
प्रमुखों से भी होटल में ही मुलाकात कर रहे हैं। हरेक सीईओ को 15 मिनट का समय देने
का निश्चय हुआ है।
उन्होंने सबसे पहले क्वालकॉम के सीईओ क्रिस्टियानो
आर अमोन से मुलाकात की। मोदी ने क्रिस्टियानो को भारत में मिलने वाले अवसरों के
बारे में बताया। क्वालकॉम के सीईओ ने भारत के 5जी सेक्टर समेत कई क्षेत्रों में मिलकर काम करने की इच्छा जाहिर की। क्वालकॉम
एक मल्टीनेशनल फर्म है, जो सेमीकंडक्टर, सॉफ्टवेयर
और वायरलेस टेक्नोलॉजी सर्विस पर काम करती है।
वे उपराष्ट्रपति कमला हैरिस से भी बातचीत करेंगे। दिन के आखिर में वे जापान के प्रधानमंत्री सुगा और ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन से बातचीत करेंगे। ये दोनों देश क्वॉड ग्रुप में शामिल हैं। भारत और अमेरिका भी क्वॉड में शामिल हैं।
अमेरिका पहुंचने के बाद भारतीय मूल के लोगों से
बातचीत की तस्वीरें प्रधानमंत्री ने खुद शेयर कीं। उन्होंने कहा- हमारे प्रवासी
हमारी ताकत हैं। जिस तरह से उन्होंने दुनियाभर में पहचान बनाई है, वह प्रशंसनीय है।
वे बुधवार सुबह करीब 11 बजे अमेरिका रवाना हुए
थे। इस यात्रा के दौरान उनके विमान ने अफगानिस्तान के ऊपर से उड़ान नहीं भरी,
बल्कि अमेरिका तक नॉन स्टॉप फ्लाइट के लिए पाकिस्तान के एयरस्पेस का
इस्तेमाल किया गया। बताया जा रहा है कि सुरक्षा कारणों से यह फैसला किया गया। इसके
कारण उनकी यात्रा का समय लंबा हो गया।
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