Monday, October 24, 2016

अंतरिक्ष से मिल रहे हैं संकेत


ब्रिटिश अख़बार इंडिपेंडेंट की खबर है कि दुनिया के अंतरिक्ष विज्ञानियों को अंतरिक्ष से संदेश मिल रहे हैं, जो सम्भव है कि एलियंस यानी दूसरे ग्रहों के प्राणियों के हों। अख़बार की एक रिपोर्ट में बताया गया है कि ये संदेश अब काफी बड़े स्तर पर मिलने लगे हैं। अंतरिक्ष के एक खास हिस्से से मिल रहे इन संकेतों के विश्लेषण से लगता है कि इनके पीछे बुद्धिमान प्राणियों का हाथ है। और वे अपने अस्तित्व को प्रकट करना चाहते हैं।

यह नया अध्ययन तकरीबन उन 25 लाख नक्षत्रों में से 234 से प्राप्त संकेतों का है, जिनका पर्यवेक्षण वैज्ञानिक कर रहे हैं। इस विश्लेषण से पता लगता है कि इनमें से कुछ का व्यवहार असामान्य है। चूंकि उसके पीछे के कारणों को वैज्ञानिक स्पष्ट नहीं कर पा रहे हैं, इसलिए उनका अनुमान है कि ये संकेत एलियंस के हो सकते हैं। पर कुछ वैज्ञानिकों का मानना है कि सम्भव है हम नक्षत्र की चमक में आए असाधारण बदलावों के प्रकाृतिक कारणों को समझ नहीं पाए हैं। या हमारी जानकारी में अभी कमी हो। इसे किसी बुद्धिमान प्राणी के संकेत मान लेना जल्दबाजी होगी।

एस्ट्रोनॉमिकल सोसायटी ऑफ पैसिफिक के प्रकाशनों के लिए स्वीकृत एक पेपर के लेखकों ईएफ बोर्रा और ई ट्रॉटियर ने लिखा है, हमने पाया कि पकड़े गए (अंतरिक्षवासियों के)संकेत हूबहू उसी आकार के थे जिनके बारे में हमने हमारे पिछले प्रकाशन में पूर्वानुमान लगाया था। इससे हमारी अवधारणा को बल मिलता है।...यह तथ्य कि ये संकेत नक्षत्रों के काफी छोटे दायरे से निकले हैं। यह बात भी ईटीआई (एक्स्ट्रा टेरेस्ट्रियल इंटेलिजेंस) की अवधारणा से मेल खाती है। दोनों वैज्ञानिक क्यूबेक, कनाडा के लैवल विवि से है।  

अलबत्ता इन्होंने स्पष्ट किया है कि इस अवधारणा को स्वीकार करने या खारिज करने के पहले इस मामले में अभी और ज्यादा काम करने की जरूरत है। इन संकेतों का पर्यवेक्षण दूसरे उपकरणों से करने की जरूरत भी है ताकि अन्य बातों के स्पष्टीकरण भी मिल सकें।

इस साल स्टीफन हॉकिंग और मार्क जुकेनबर्ग द्वारा समर्थित संस्था ब्रेकथ्रू लिसेन ने कहा है कि से संकेत उत्साहवर्धक हैं। पर इन संकेतों को निर्विवाद रूप से अंतरिक्षवासियों का मान लेने के पहले और काम किया जाना चाहिए।  

टीम का कहना है कि बोर्रा और ट्रॉटियर ने 10,000 में से एक संकेत में छिपी जिस असामान्यता को पकड़ा है उसका अध्ययन और ज्यादा होना चाहिए। असाधारण दावों को साबित करने के लिए असाधारण साक्ष्य भी होने चाहिए।

इन संकेतों को निर्विवाद रूप से अंतरिक्षीय प्राणियों को संकेत मान लेना जल्दबाजी होगी। इस सिलसिले में सर्चेस फॉर एविडेंस ऑफ एडवांस्ड लाइफ बियांड अर्थ (सेटी) का स्वीकृत मानक है कि ऐसे किसी दावे की स्वतंत्र ग्रुप अपने उपकरणों के मार्फत पुष्टि करें और संकेतों के प्राकृतिक घटना होने की सभी सम्भावनाओं को पूरी तरह नकार दिया जाए तभी अंतरिक्ष निवासियों की अवधारणा के बारे में बात की जा सकती है। सेटी के एक बयान में कहा गया है, “...Extraordinary claims require extraordinary evidence...It is too early to unequivocally attribute these purported signals to the activities of extraterrestrial civilizations.”

संकेतों के भ्रामक या गलत होने के अलावा उनके प्राकृतिक परिघटना होने और उपकरणों के कारण उत्पन्न होने की सभी सम्भावनाओं को खारिज करने की जरूरत होगी। साथ ही दो या उससे ज्यादा स्वतंत्र टेलिस्कोपों से संकेतों की पुष्टि की जरूरत होगी। 


ये लेख भी पढ़ें  

No comments:

Post a Comment