Thursday, July 22, 2010

फेसबुक मे पचास करोड़वाँ सदस्य

फेसबुक में पचास करोड़वें सदस्य के शामिल होते ही उत्साह की लहर है। फेसबुक बड़ी कम्पनी है। उसके पास डेटा का भंडार है। सारी दुनिया की कम्पनियाँ अब समझना चाहती हैं कि फेसबुक के डेटा का फायदा किस तरह उठाया जाय। फेसबुक ने कई तरह के एप्लीकेशंस को विकसित करने में मदद की है। इनमें ज्यादातर गेम्स के हैं। 


भारतीय संदर्भ में फेसबुक पर भारतीय राजनीति, जातिप्रथा, हंस के कार्यालय में विश्वरंजन और अरुंधती रॉय के बीच संवाद की संभावना से लेकर विश्व कप और शराब कैसे पिएं जैसे मसलों पर पर रोचक विमर्श चलने लगे हैं। शेरो-शायरी, जोक्स और फैक्टॉइड्स शेयर करने का बेहतर मौका मिलता है यहाँ। यहाँ पता लगता है कि हमारे बीच कितने अच्छे फोटोग्राफर मौजूद हैं। बहुत सी बातें पहले से सोचकर हुईं और बहुत सी बातें अनजाने हो रहीं हैं। 


हमारे मीडिया ने अभी फेसबुक की लोकप्रियता पर ध्यान नहीं दिया है। 

1 comment:

  1. सर, किसी भी चीज की असफलता अपनी जगह होती है और उसे कायम रखना अपनी जगह। फेसबुक हिट है इसमें काई शक नहीं। लेकिन यह कब तक कायम रहेगी यह बड़ा सवाल है। दूसरी दिग्गज कंपनियां फेसबुक को टक्कर देने के लिए कमर कस रही हैं। पता नहीं कब फेस बुक का बाप आ जाए। जब आर्कुट आया था तब लगा था कि इससे अच्छा तो दुनिया में कुछ है ही नहीं, लेकिन अब उसकी लोकप्रियता लगातार घट रही है। आप खुद सोचिए पिछली दफा आर्कुट एकाउंट पर कब गए थे।
    बहुत संभव है कि फेसबुक के डाटा का कोई नाजायज फायदा उठाए, बल्कि कई लोग तो उठा ही रहे हैं। फेसबुक के कर्ता धर्ताओं को यह भी ध्यान रखना ही होगा।

    ReplyDelete