अफगानिस्तान में दो साल से अधिक समय तक बंधक रखे जाने के बाद एक अमेरिकी एयरलाइन मिकेनिक को तालिबान ने रिहा कर दिया है। इस सामान्य सी खबर का महत्व इस तथ्य से बढ़ जाता है कि इस रिहाई के लिए बंधक मामलों के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति के दूत एडम बोहलर और अफगानिस्तान के लिए अमेरिका के पूर्व विशेष दूत ज़लमय खलीलज़ाद खासतौर से काबुल गए और उन्होंने तालिबान के विदेशमंत्री से भी मुलाकात की। इस खबर का एक विशेष पहलू यह भी है कि संभवतः अमेरिका ने अपनी इस गतिविधि से पाकिस्तानी सेना को अलग रखा है।
अमेरिकी नागरिक जॉर्ज ग्लीज़मैन, जिन्हें दिसंबर 2022 में एक पर्यटक के रूप में यात्रा करते समय हिरासत में लिया गया था, अमेरिका वापस जाने से पहले गुरुवार शाम को विमान से कतर पहुँच गए। तालिबान सरकार के विदेशमंत्री ने उनकी रिहाई की पुष्टि की। जनवरी में ट्रंप के पदभार ग्रहण करने से पहले, दो अमेरिकियों, रयान कॉर्बेट और विलियम वालेस मैकेंटी को अमेरिका में कैद एक अफगान के बदले में अफगानिस्तान से रिहा किया गया था।
तालिबान के विदेश मंत्रालय ने कहा कि ग्लीज़मैन की रिहाई "मानवीय आधार पर" और "सद्भावनापूर्ण कदम" है, जबकि अमेरिकी विदेशमंत्री मार्को रूबियो ने इस समझौते को "सकारात्मक और रचनात्मक कदम" बताया। अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल और तालिबान के बीच यह बैठक जनवरी में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के शपथ ग्रहण के बाद से दोनों पक्षों के बीच उच्चतम स्तर की प्रत्यक्ष वार्ता थी। 2021 में तालिबान के सत्ता में आने के बाद से दोनों सरकारों के बीच संपर्क आमतौर पर अन्य देशों में हुआ है। कतर ने कहा है कि उसने ग्लीज़मैन की रिहाई के लिए समझौते में मदद की।
रूबियो ने कहा कि डेल्टा एयर लाइन्स के 65 वर्षीय मिकेनिक ग्लीज़मैन शीघ्र ही अपनी पत्नी एलेक्जेंड्रा से मिल जाएंगे, तथा उन्होंने रिहाई सुनिश्चित करने में कतर की "महत्वपूर्ण" भूमिका के लिए उसे धन्यवाद दिया। गुरुवार को कतर के लिए उड़ान भरने से पहले काबुल हवाई अड्डे पर उनकी तस्वीर देखी गई, उनके साथ बोहलर, खलीलज़ाद और कतर के अधिकारी भी थे।
तालिबान के विदेश मंत्रालय द्वारा गुरुवार को जारी एक बयान के अनुसार, अफगानिस्तान के लिए अमेरिका के पूर्व विशेष दूत ज़लमय खलीलज़ाद और एडम बोहलर ने काबुल में तालिबान के विदेश मंत्री आमिर खान मुत्तकी से मुलाकात की। बयान में कहा गया कि चर्चा द्विपक्षीय संबंधों, अमेरिका में अफगान नागरिकों के लिए वाणिज्य दूतावास सेवाओं और कैदियों के आदान-प्रदान पर केंद्रित थी। मुत्तकी ने अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल का स्वागत करते हुए इस यात्रा को “द्विपक्षीय संबंधों को बेहतर बनाने की दिशा में एक सकारात्मक कदम” बताया। उन्होंने दोहराया कि तालिबान “संतुलित विदेशी संबंध” चाहता है और “सभी पक्षों के साथ रचनात्मक तरीके से जुड़ने के लिए प्रतिबद्ध है।”
उन्होंने आगे कहा कि तालिबान और वाशिंगटन के बीच लंबित मुद्दों को सुलझाने के लिए बातचीत आवश्यक है। उन्होंने कहा, "दोनों देशों को 20 साल के युद्ध के परिणामों से आगे बढ़ना चाहिए और सकारात्मक राजनीतिक और आर्थिक संबंध बनाने चाहिए।"
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