Sunday, August 25, 2024

लड़ाई का रुख लेबनान की ओर मुड़ा

इसराइल और हिज़बुल्ला के जवाबी हमले

पश्चिम एशिया में इसराइल और उसके विरोधियों के बीच लड़ाई का एक और मोर्चा खुलने का खतरा बढ़ गया है। रविवार को इसराइल के एक सौ से ज्यादा जेट विमानों ने लेबनान में ईरान समर्थक संगठन हिज़बुल्ला के ठिकानों परहमले बोले। जवाब में हिज़बुल्ला ने तीन सौ के ऊपर मिसाइलों और ड्रोनों से इसराइल पर हमले बोले। हिज़बुल्ला ने यह भी कहा है कि फिलहाल उनका इरादा अभी और हमले करने का नहीं है।

पिछले साल 7 अक्टूबर को इसराइल पर हमास के हमले के बाद से इसराइल की उत्तरी सीमा पर लेबनान में हिज़बुल्ला भी सक्रिय हो गया है और इसराइल के सीमावर्ती इलाक़ों पर वह लगातार कार्रवाई कर रहा है। इसराइल भी हिज़बुल्ला के ठिकानों को निशाना बनाता रहा है। अब तक इन हमलों में दर्जनों लोगों की मौत हुई है।

गत 30 जुलाई को हिज़बुल्ला के टॉप कमांडर फवाद शुकर के मारे जाने के बाद से  हिज़बुल्ला की जवाबी कार्रवाई का इंतज़ार था। पर लगता है कि इसबार हमला पहले इसराइल ने किया। उसके नेतृत्व का कहना है कि हिज़बुल्ला हमारे ऊपर हमले की तैयारी कर रहा था, इसलिए हमने पेशबंदी में यह कार्रवाई की है। इसराइल का कहना है कि हमने हिज़बुल्ला की योजनाओं को विफल करते हुए, सुबह-सुबह उस पर हमला किया है।

हिज़बुल्ला ने 300 से ज़्यादा कत्यूशा रॉकेट दागते हुए 11 इसराइली फौजी अड्डों और बैरकों को निशाना बनाया। इसराइली सेना के एक प्रवक्ता ने कहा कि हिज़बुल्ला के कुछ निशाने मध्य इसराइल में थे। हालांकि ये टारगेट हिज़बुल्ला के हमले से अछूते रहे हैं। इसराइल ने यह भी कहा है कि लेबनान में हमला करने से पहले आम लोगों को तुरंत हिज़बुल्ला के इलाक़ों को छोड़ने की चेतावनी दे दी गई थी।

यह लड़ाई बढ़ने का खतरा है, क्योंकि हमास के प्रमुख इस्माइल हानिये की तेहरान में हुई हत्या के बाद ईरान ने कहा था कि हम इसके जवाब में इसराइल पर हमला करेंगे। इसराइल को उसके हमले का इंतज़ार भी है। फवाद शुकर की मौत के बाद हिज़बुल्ला के नेता हसन नसरल्लाह ने जवाबी कार्रवाई का वादा किया था। अभी तक इसराइल और हिज़बुल्ला के बीच टकराव सीमावर्ती इलाकों तक ही सीमित रहा है।

इसराइल के प्रधानमंत्री बिन्यामिन नेतन्याहू के एक बार फिर कहा कि देश के उत्तरी इलाके में विस्थापित किए गए लोगों को फिर से बसाने के लिए हम प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने कहा, जो भी हमें नुक़सान पहुँचाने की कोशिश करेगा, हम उसे नुक़सान पहुंचाएंगे। उन्होंने रक्षा कैबिनेट की बैठक बुलाई जिसके बाद कहा, हम अपने देश की रक्षा करने और निवासियों को सुरक्षित रूप से उनके घरों तक वापस लाने के लिए सब कुछ करने को तैयार हैं।

ये हमले तब हुए हैं जब ग़ज़ा में युद्धविराम और बंधकों की रिहाई के समझौते के प्रयास जारी हैं। इसराइल और हमास के प्रतिनिधि काहिरा पहुँच रहे हैं। उम्मीद की जा रही है कि लेबनान की टकराहट के बावजूद वार्ता होगी। उधर अमेरिकी राष्ट्रपति के दफ्तर की ओर से जारी किए गए बयान में कहा गया है, हम इसराइल का उसकी रक्षा करने में लगातार समर्थन और क्षेत्र में स्थिरता लाने के लिए काम करते रहेंगे।

 

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