नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के प्रमुख शरद पवार आज दिल्ली में हैं। उन्होंने कल दिन में 4.00 बजे अपने निवास पर विरोधी दलों की बैठक बुलाई है, जिसमें 15-20 नेताओं के अलावा कुछ गैर-राजनीतिक व्यक्तियों के भी आने की सम्भावनाएं हैं, जिनमें वकील, अर्थशास्त्री और साहित्यकार शामिल हैं। शरद पवार ने आज चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर से भी मुलाकात की। इससे पहले भी हाल में शरद पवार प्रशांत किशोर से मुलाकात कर चुके हैं। इस बैठक के पहले सुबह एनसीपी के राष्ट्रीय पदाधिकारियों की बैठक भी होने जा रही है।
तृणमूल कांग्रेस के
यशवंत सिन्हा, राजद के मनोज झा, आम आदमी पार्टी के संजय सिंह से भी आज शरद पवार की
मुलाकात हुई। बताया जा रहा है कि यह बैठक राष्ट्रीय मंच के तत्वावधान में होने जा
रही है, जिसका गठन कुछ साल पहले यशवंत सिन्हा और शत्रुघ्न सिन्हा ने किया था। खबर
यह भी है कि यशवंत सिन्हा ने कहा है कि प्रशांत किशोर का इस बैठक से कोई वास्ता
नहीं है। उधर प्रधानमंत्री ने 24 जून को जम्मू-कश्मीर के 14 नेताओं की बैठक
बुलाई है, उसे लेकर भी कयास हैं।
इन दोनों बैठकों का
राजनीतिक महत्व है। शरद पवार के घर पर होने वाली बैठक में शामिल होने के लिए
कांग्रेस को भी बुलाया गया है या नहीं, यह भी स्पष्ट नहीं है। यह भी स्पष्ट नहीं
है कि पार्टी का कोई प्रतिनिधि इसमें शामिल होगा या नहीं। यह बात इसलिए महत्वपूर्ण
है कि बैठक यूपीए के तत्वावधान में नहीं हो रही है। इसका निमंत्रण शरद पवार और
यशवंत सिन्हा की ओर से भेजा गया है। समाचार एजेंसी एएनआई
के अनुसार 15 राजनीतिक दलों को निमंत्रण दिया गया है। एक सूत्र ने बताया कि सात
दलों ने इसमें शामिल होने की स्वीकृति दी है।
इस मामले में मीडिया कवरेज संदेह पैदा कर रही है। बैठक विरोधी दलों की है या किसी वैचारिक मंच की, यह स्पष्ट नहीं है। टाइम्स ऑफ इंडिया के अनुसार बैठक में फारूक अब्दुल्ला, यशवंत सिन्हा, संजय सिंह, पवन वर्मा, केटीएस तुलसी, डी राजा, जस्टिस एपी सिंह, करन थापर, आशुतोष, मजीद मेमन, वंदना चह्वाण, एसवाई कुरैशी, केसी सिंह, जावेद अख्तर, संजय झा, सुधीन्द्र कुलकर्णी, कॉलिन गोंज़ाल्वेस, अर्थशास्त्री अरुण कुमार, घनश्याम तिवारी और प्रीतीश नंदी शामिल हो सकते हैं। इनमें से कुछ नाम ऐसे हैं, जो प्रत्यक्ष रूप से राजनीति में सक्रिय नहीं हैं। एनडीटीवी के अनुसार एनसीपी के नेता और महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक ने ट्वीट करके इस विस्तृत सूची को जारी किया, जिसमें प्रतिष्ठित व्यक्तियों के नाम भी हैं। हालांकि नवाब मलिक की सूची में कांग्रेस के विवेक तन्खा और कपिल सिब्बल के नाम नहीं हैं, पर मीडिया में खबरें हैं कि उन्हें भी बुलाया गया है।
पूर्व केंद्रीय
मंत्री यशवंत सिन्हा जो पिछले दिनों टीएमसी में शामिल हुए थे, उनका 'राष्ट्र मंच' के नाम से एक संगठन है। इसके पहले 12
जून को प्रशांत किशोर और शरद पवार के बीच करीब 3 घंटे तक मीटिंग चली थी। इस बैठक
के एक दिन बाद एनसीपी नेता और महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक ने कहा था कि
2024 लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी के खिलाफ रुख रखने वाली पार्टियों के 'महागठबंधन' की जरूरत है।
नवाब मलिक ने आगे कहा
था, 'अगले आम चुनाव से
पहले बीजेपी के खिलाफ रुख रखने वाली पार्टियों के महागठबंधन की जरूरत है। एनसीपी
अध्यक्ष शरद पवार ने भी बीजेपी का मुकाबला करने के लिए सभी दलों के राष्ट्रीय
गठबंधन की बात कही है। हम ऐसे दलों को साथ लाने का प्रयास करेंगे। चुनावी
रणनीतिकार प्रशांत किशोर को आंकड़ों और सूचनाओं की पूरी जानकारी है।'
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