Friday, January 18, 2013

आपने रुक्सा खातून का नाम सुना है?


यह तस्वीर रुक्सा खातून की है। इस साल 12 जनवरी को भारत ने पोलियो की बीमारी से मुक्ति के दो साल पूरे कर लिए। हाल में खबर आई थी कि देश में पोलियो की आखिरी शिकार रुक्सा खातून नाम की छोटी सी लड़की को पैरों में सर्जरी की ज़रूरत है। पोलियों के कारण उसके दोनों पैर बराबर नहीं हैं। कुछ साल पहले तक पोलियो एक भयानक बीमारी थी। पल्स पोलियो अभियान केवल टीकाकरण के लिहाज से ही नहीं मानवीय प्रश्नों पर संचार माध्यमों के इस्तेमाल के लिहाज से दुनिया के सफलतम कार्यक्रमों में से एक है। पोलियो के टीके का विरोध भी हुआ, कोल्ड चेन से लेकर गाँव-गाँव जाने की दिक्कतें भी सामने आईं, पर भारत ने इसे सफल बनाकर दिखाया। दो साल पहले तक पाकिस्तान, अफगानिस्तान, भारत और नाइजीरिया अंग्रेजी में अपने नाम के पहले अक्षरों के आधार पर 'पेन'(PAIN) देश कहलाते थे। भारत का नाम इनमें से हट गया है। शेष देशों का नाम भी हट जाएगा। जब हम निश्चय करके एक बीमारी को खत्म कर सकते हैं तो क्या अपनी तमाम बीमारियों को, शारीरिक, मानसिक, सांस्कृतिक, खत्म नही कर सकते? कर सकते हैं। ज़रूर कर सकते हैं। नीचे कुछ जानकारियाँ देखें और विचार करें।
भारत- बाहरी वेबसाइट जो एक नई विंडों में खुलती हैंविश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य संगठन- बाहरी वेबसाइट जो एक नई विंडों में खुलती हैं के अन्‍य सभी 192 सदस्‍य देशों के साथ 1988 में वैश्विक पोलियो उन्‍मूलन का लक्ष्‍य पूरा करने के लिए वचनबद्ध है। वर्ष 1995 से स्‍वास्‍थ्‍य और परिवार कल्‍याण मंत्रालय- बाहरी वेबसाइट जो एक नई विंडों में खुलती हैं पोलियो वायरस को समाप्‍त करने की सघन टीकाकरण और निगरानी गतिविधियों का आयोजन करता है। ग्रामीण क्षेत्रों के लिए राष्‍ट्रीय ग्रामीण स्‍वास्‍थ्‍य मिशन- बाहरी वेबसाइट जो एक नई विंडों में खुलती हैं का प्रयास एक वरदान सिद्ध हुआ है। सरकार को तकनीकी और रसद संबंधी सहायता प्रदान करने के लिए 1997 में राष्‍ट्रीय पोलियो निगरानी परियोजना- बाहरी वेबसाइट जो एक नई विंडों में खुलती हैं आरंभ की गई और अब यह राज्‍य सरकारों के साथ नजदीकी से कार्य करती है और देश में पोलियो उन्‍मूलन का लक्ष्‍य पूरा करने के लिए भागीदारी एजेंसियों की एक बड़ी श्रृंखला इसमें संलग्‍न है। डब्‍ल्‍यूएचओ के समर्थन के साथ सरकार के नेतृत्‍व में रोटरी इंटरनेशनल- बाहरी वेबसाइट जो एक नई विंडों में खुलती हैं, यूएस सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एण्‍ड प्रीवेंशन तथा यूनिसेफ- बाहरी वेबसाइट जो एक नई विंडों में खुलती हैं की भागीदारी है। बिल एण्‍ड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन- बाहरी वेबसाइट जो एक नई विंडों में खुलती हैं महत्‍वपूर्ण निधिकरण भागीदारों में से एक है। 

पोलियो : कुछ तथ्‍य

Meet India's last Polio Victim Ruksa Khatun हफिंगटन पोस्ट 
How India fought Polio and won टाइम मैगज़ीन

1 comment:

  1. धीरे धीरे सारे मामले समाप्त हो जायेंगे..

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