हालांकि मैने बात भारतीय संदर्भ में शुरू की है, पर करप्शन तो वैश्विक अवधारणा है। इसका जन्म कहाँ हुआ। भारत में या कहीं और। क्या यह अनिवार्य है। यानी इससे पल्ला छुड़ाया जा सकता है या नहीं। करप्शन कोश की टाइमलाइन क्या हो। यानी 1947 या ईपू पाँच हजार साल। या पाँच अरब साल। क्या आप मेरी मदद करेंगे।
लगे हाथ मैं आपको ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल के ताज़ा नतीज़ों से परिचित करादूँ। नीचे एक सूची है जिसमें खास-खास देशों के नाम है। जितना बड़ा नम्बर उतना ज्यादा करप्शन। पर क्या वास्तव में यह सूची ठीक बनी होगी।
1 Denmark, New Zealand, Singapore |
15 Germany |
17 Japan |
17 Japan |
19 Qatar |
22 United States |
28 United Arab Emirates |
30 Israel |
50 Saudi Arabia |
66 Rwanda |
67 Italy |
78 China |
87 India |
98 Egypt |
105 Kazakhstan |
127 Syria |
143 Pakistan |
146 Iran |
154 Russia |
175 Iraq |
176 Afghanistan |
178 Somalia |
बहरहाल विचार कीजिए और मेरी मदद कीजिए। कुछ ग्रैफिक भी साथ में रख दिए हैं। यह बताने के लिए कि यह समस्या सर्व-व्यापी है।
और मैं कोड़ालैंड बनाना चाहता हूँ; मुख्यमंत्री पहले ही तय है - मधु कोड़ा. मुझे भी आपकी मदद दरकार होगी.
ReplyDeleteग्रेट आइडिया.
ReplyDeleteएक विभाग करप्शन हाऊ टू भी रहे तो नौसिखियों को मदद मिले... - जस्ट जोकिंग. :)
वैसे, शुरूआत आज की ताजा खबर स्पेक्ट्रम घोटाले के राजा से शुरू की जाए तो कैसा रहे?
करप्शन कोष बनाने का विचार बढ़िया है। मैं भी इस नौकरी में कुछ हाथ बटा सकता हूं सर। नौकरी के बाद भी इसके लिए २ घंटे का वक्त निकाल सकता हूं। इस कोश के लिए वित्त का संकट भी नहीं आएगा, खासकर अगर हम सरकार और ताकतवर कारोबारियों को बेहतर ढंग से समझा सकें कि इसे कैसे संस्थागत रूप देकर वैध किया जा सकता है। हालांकि यह बहुत कठिन काम है, लेकिन आप नेतृत्व संभाल लीजिए तो कठिन नहीं होगा।
ReplyDeleteहालांकि जैसे गुंडागर्दी को संस्थागत रूप दिया गया, मेरा मानना है कि कुछ इसी तरह से इसे भी दिया दी जा सकता है। आज पुलिस की जगह निजी सेनाएं हैं, बड़े कारोबारियों ने मोटी तनख्वाह देकर गार्ड रखे हैं, स्वाभाविक है कि राज्य से लोग सुरक्षित नहीं महसूस कर रहे हैं और निजी सुरक्षा कर रहे हैं और उनकी दबंगई कायम है।
कुछ उसी तरह का किया जाना चाहिए, जिससे आम लोग मेहनत से भ्रष्टाचार करने वालों को खराब निगाह से न देखें। साथ ही देश के लाखों युवक इस महती काम में संस्थागत भूमिका निभा सकें और हमारा भारत कम से कम भ्रष्टाचार में अन्य देशों से आगे निकल सके और सबका गुरू साबित हो। आमीन....
जहाँ तक मै समझता हूँ भारतीय सन्दर्भ में करप्शन की जड़े हमारी लोक -प्रचलित धार्मिक व्यवस्था में अन्तर्निहित हैं.उन्हें दूर किये बगैर इसे भी दूर नहीं क्या जा सकता.
ReplyDeleteआधुनिक युग में इसे ईस्ट इण्डिया कं .ने मुगलों को भेंट के रूप में पुख्ता किया था.
करप्शन करने वाले निजी हित में करते हैं कोष क्यों बनवाने लगे ?