जेएनयू की पूर्व छात्रा शेहला रशीद के पिता अब्दुल रशीद ने सोमवार 30 नवंबर को अपनी बेटी पर राष्ट्र-विरोधी होने का आरोप लगाया है। उन्होंने यह भी कहा है कि उनकी जान को अब खतरा है। इसके लिए उन्होंने पुलिस महानिदेशक को पत्र लिखकर सुरक्षा की मांग की है। यह भी कहा कि मुझे अपनी ही बेटी से जान का खतरा है। उन्होंने यह भी कहा कि उनकी पत्नी जुबैदा शौर, बड़ी बेटी आसमा रशीद और एक पुलिसकर्मी साकिब अहमद भी उसके साथ है। पर कुल मिलाकर यह मामला पारिवारिक झगड़े का है। इसे तूल देने से कुछ निकलेगा नहीं। उनकी बातों से कश्मीर की राजनीति की कुछ अंदरूनी बातें सामने आएं, तभी उनका महत्व है।
सवाल शेहला रशीद के राजनीतिक विचारों और राजनीति में उनकी प्राथमिकताओं का नहीं है। इसमें दो राय नहीं कि वे प्रगतिशील मुस्लिम कार्यकर्ता के रूप में स्थापित हो चुकी हैं, पर लगता है कि उनके परिवार में किसी बात पर गहरा मतभेद है, जो सामने आ रहा है। इस मतभेद का तबतक कोई मतलब नहीं है, जबतक उसके गहरे निहितार्थ नहीं हों। शेहला ने बयान जारी करते हुए कहा कि परिवार में ऐसा नहीं होता, जैसा मेरे पिता ने किया है। उन्होंने मेरे साथ-साथ मेरी मां और बहन पर भी बेबुनियाद आरोप लगाए हैं।