आज के हिंदू में केशव का कार्टून 'टॉम एंड जैरी' की थीम पर है। दो रोज पहले चेतन भगत ने आप को राजनीति की आइटम गर्ल कहा था। इसके पहले आप को कांग्रेस का भस्मासुर कहा गया था। तमाम रूपक उस मनोदशा को बताते हैं, जिसमें टिप्पणी करने वाला खुद को पाता है। आप अब शुरूआती लोकप्रियता के खोल से बाहर आ रही है। सोमनाथ भारती को लेकर नारीवादी और मानवाधिकारवादी संगठनों ने अपनी गहरी आपत्ति व्यक्त की है। पिछले साल दिल्ली गैंगरेप के बाद पुलिस का मुखर विरोध करने वाले नारीवादी संगठन इस वक्त पुलिस के साथ नजर आते हैं। पर ऑटो और रिक्शा चलाने वाले, रेहड़ी वाले, सब्जी वाले पुलिस का समर्थन नहीं कर सकते। उनके अनुभव उन्हें दूसरी दिशा में ले जाते हैं। दो दिन के आंदोलन के बाद मीडिया के एक तबके ने निष्कर्ष निकाला कि मध्य वर्ग का आप से मोहभंग हो रहा है। उसे मिलने वाला चंदा घट गया है।
इकोनॉमिक टाइम्स ने इस आशय की स्टोरी दी और
फर्स्ट पोस्ट ने भी। आज हिंदी के अखबार अमर उजाला ने भी ऐसी एक खबर दी है। कोलकाता के टेलीग्राफ में प्रभात पटनायक ने इसे नव-उदारवाद से जोड़ा है। हिंदी के अखबारों पर नरेंद्र मोदी की गोरखपुर रैली और मुलायम सिंह के साथ जवाबी कव्वाली हावी है। आज के अखबारों में एक खबर यह भी है कि कल नेताजी सुभाष चंद्र बोस के जन्मदिन पर संसद भवन परिसर में हुए समारोह में पहुँचे विशिष्ट व्यक्तियों में केवल लालकृष्ण आडवाणी ही थे। कोलकाता के टेलीग्राफ ने अपने पहले पेज पर बंगाल के गैंगरेप पर बड़ी खबर दी है। उत्तर भारत के अखबारों में भी वह है, पर अपेक्षाकृत छोटे डिस्प्ले के साथ। इंडियन एक्सप्रेस में आशुतोष वार्ष्णेय और सुरजीत भल्ला के रोचक लेख हैं। दोनों के विषय अलग हैं, पर उनकी जमीन एक है। नोट बदले जाने पर भी कुछ अखबारों में खबरें हैं। नजर डालें आज के मीडिया कवरेज परः-
नवभारत टाइम्स