महात्मा गांधी को भारत रत्न नहीं मिला। किसीको इस बात पर शिकायत नहीं है, क्योंकि गांधी को सरकारी सम्मान की ज़रूरत ही नहीं थी। सरहदी गांधी को हमने सम्मान दिया। नहीं देते तब भी हमारे मन में उनके लिेए वही सम्मान था। हाल में जब भारत रत्न देने के लिेए नियमों को दुरुस्त किया जा रहा था तब यह सम्भावना व्यक्त की गई थी कि शायद यह सचिन तेन्दुलकर को पुरस्कृत करने की तैयारी है। ऐसा नहीं हुआ तो उन्हें राज्यसभा की सदस्यता दे दी गई। हालांकि तब भी काफी लोगों ने याद दिलाया कि हमें हॉकी के जादूगर ध्यानचंद को याद करना चाहिए। कोई बात नहीं महात्मा गांधी की तरह ध्यानचंद को सम्मान के लिए सरकारी अलंकरण की जरूरत नहीं है।
सन 1977 में जब जनता पार्टी की सरकार बनी तब अलंकरणों को खत्म करने का फैसला किया गया। मोरारजी देसाई व्यक्तिगत रूप से अलंकरणों के खिलाफ थे। संयोग है कि सन 1991 में मोरारजी को भारत रत्न का ्लंकरण दिया गया। मोरारजी ने उस घोषणा के दिन ही कहा कि मैं ऐसे अलंकरणों के खिलाफ हूँ, पर आप देना ही चाहते हैं तो मैं क्या कर सकता हूँ।
सचिन तेन्दुलकर और सीएनआर राव का सम्मान करने पर हमें खुशी है। अपनी प्रतिभाओं पर हमें गर्व करना भी चाहिए। पर लगता है कि सरकार की इच्छा सम्मान करने से ज्यादा उस लोकप्रियता का लाभ लेने में है जो सचिन के संन्यास और मंगलयान के प्रक्षेपण के बाद भारतीय विज्ञान के प्रति विश्वास से उपजी है। मंगलयान तो अभी रास्ते में ही है। सीएनआर राव प्रधानमंत्री की सलाहकार परिषद में हैं। वे काबिल वैज्ञानिक हैं, पर क्या हम अपने काबिल वैज्ञानिकों का सम्मान करते रहते हैं? बहरहाल खुशी है कि हम वैज्ञानिक का सम्मान कर रहे हैं, पर यहां सम्मान करने वालों की सदाशयता पर संदेह है। होमी जहाँगीर भाभा और विक्रम साराभाई को हम क्यों भूल गए?
नीचे भारत रत्न पाने वालों की सूची है। आप ध्यान से देखें तो पाएंगे कि अलंकरण का रिश्ता राजनीति से भी है। कुछ बरसों बाद याद आए और कुछ कभी याद ही नहीं आए। दिसम्बर 2011 में सीएनआरआर राव ने कहा था कि डॉ भाभा को भारत रत्न मिलना चाहिए। डॉ भाभा को भारत रत्न देने की मांग करते हुए मैं प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को पत्र लिखूँगा। यह बात उन्होंने तब कही जब सचिन तेंदुलकर को भारत देने की मांग करते हुए मुम्बई क्रिक्रेट असोसिएशन की ओर से पारित प्रस्ताव पर उनसे प्रतिक्रिया माँगी गई।
राव ने कहा, 'यह दुख की बात है कि आज क्रिक्रेट को विज्ञान से अधिक महत्व मिल रहा है। मुझे सचिन को यह सम्मान देने पर विचार करने को लेकर कोई दिक्कत नहीं है लेकिन भाभा के बारे में क्या? हमें इस महान हस्ती को उनके द्वारा दिेए गए व्यापक योगदान को मरणोपरांत भी पहचान देने का शिष्टाचार तो कम से कम होना ही चाहिए।' लगता है कि सरकार को उनकी चिट्ठी मिल गई और उन्हें राव साहब ही सामने नज़र आए जिन्हें सम्मान दे दिया। खुशी है कि सरकार ने विज्ञान का सम्मान कर दिया।
भारत रत्नों की सूची
1.Chakravarti Rajgopalachari
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1954
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Independence activist, last
Governor-General
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2.Sir C. V. Raman
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1954
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Physicist
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3.Sarvepalli Radhakrishnan
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1954
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Philosopher, India's First Vice
President (1952-1962), and India's Second President(1962-1967)
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4.Bhagwan Das
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1955
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Independence activist, author
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5.Mokshagundam Visvesvarayya
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1955
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Civil engineer, Diwan of Mysore
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6.Jawaharlal Nehru
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1955
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Independence activist, author, first
Prime Minister
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7.Govind Ballabh Pant
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1957
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Independence activist, Chief Minister
of Uttar Pradesh, Home Minister
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8.Dhondo Keshav Karve
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1958
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Educator, social reformer
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9.Bidhan Chandra Roy
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1961
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Physician, Chief Minister of West
Bengal
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10.Purushottam Das Tandon
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1961
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Independence activist, educator
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11.Rajendra Prasad
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1962
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Independence activist, jurist, first
President
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12.Zakir Hussain
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1963
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Independence activist, Scholar, third
President
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13.Pandurang Vaman Kane
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1963
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Indologist and Sanskrit scholar
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14.Lal Bahadur Shastri
|
1966
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Posthumous, independence activist,
second Prime Minister
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15.Indira Gandhi
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1971
|
Third Prime Minister
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16.V. V. Giri
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1975
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Trade unionist and fourth President
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17.K. Kamaraj
|
1976
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Posthumous, independence activist,
Chief Minister of Tamil Nadu State
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18.Mother Teresa
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1980
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Catholic nun, founder of the
Missionaries of Charity
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19.Vinoba Bhave
|
1983
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Posthumous, social reformer,
independence activist
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20.Khan Abdul Ghaffar Khan
|
1987
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First non-citizen, independence
activist
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21.M. G. Ramachandran
|
1988
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Posthumous, film actor, Chief Minister
of Tamil Nadu
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22.B. R. Ambedkar
|
1990
|
Posthumous, chief architect of the
Indian Constitution, politician, economist, and scholar
|
23.Nelson Mandela
|
1990
|
Second non-citizen and non-Indian
recipient, Leader of the Anti-Apartheid movement
|
24.Rajiv Gandhi
|
1991
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Posthumous, Sixth Prime Minister
|
25.Vallabhbhai Patel
|
1991
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Posthumous, independence activist,
first Home Minister
|
26.Morarji Desai
|
1991
|
Independence activist, fourth Prime
Minister
|
27.Abul Kalam Azad
|
1992
|
Posthumous, independence activist,
first Minister of Education
|
28.J. R. D. Tata
|
1992
|
Industrialist and philanthropist
|
29.Satyajit Ray
|
1992
|
Bengali Filmmaker
|
30.A. P. J. Abdul Kalam
|
1997
|
Aeronautical Engineer,11th President
of India
|
31.Gulzarilal Nanda
|
1997
|
Independence activist, interim Prime
Minister
|
32.Aruna Asaf Ali
|
1997
|
Posthumous, independence activist
|
33.M. S. Subbulakshmi
|
1998
|
Carnatic classical singer
|
34.Chidambaram Subramaniam
|
1998
|
Independence activist, Minister of
Agriculture
|
35.Jayaprakash Narayan
|
1999
|
Posthumous, independence activist and
politician
|
36.Ravi Shankar
|
1999
|
Sitar player
|
37.Amartya Sen
|
1999
|
Economist
|
38.Gopinath Bordoloi
|
1999
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Posthumous, independence activist,
Chief Minister of Assam
|
39.Lata Mangeshkar
|
2001
|
Playback singer
|
40.Bismillah Khan
|
2001
|
Hindustani classical shehnai player
|
41.Bhimsen Joshi
|