Saturday, July 31, 2010

विकीलीक्स जाँच की सूई

जैसे हमारे देश में होता है बड़े से बड़े घोटाले की जिम्मेदारी आखिर मे किसी छोटे आदमी के मत्थे मढ़ दी जाती है, क्या वैसा ही विकीलीक्स की जाँच में होगा? इस मामले में सबसे पहले स्पेशलिस्ट ब्रैडले मैनिंग नाम के एक अफसर की गर्दन नापी गई है, जिनका चित्र साथ मे है। दरअसल उनके खिलाफ जाँच पहले से चल रही थी। इराक में हैलिकॉप्टर से की गई गोलीबारी का वीडियो पहले आ गया था। यह वीडियो जिसकी हिफाज़त में था सबसे पहले उसे ही फँसना होगा। 


इस मामले का ज्यादा परेशान करने वाला पहलू है उन लोगों की पहचान जिन्होंने अमेरिकी खुफिया विभाग को जानकारी दी। मुखबिरों की जान सबसे पहले जाती है। हालांकि विकीलीक्स के संस्थापक असांज का  कहना है कि हमने सावधानी से सारे नाम हटा दिए हैं, पर पता लगा है कि बड़ी संख्या में नाम हटने से रह गए हैं। तालिबान का कहना है कि हम भी इन दस्तावेजों का अध्ययन कर रहे हैं। इसके बाद मुखबिरों को सज़ा दी जाएगी।


अमेरिकी जाँच कहाँ तक पहुँचती है, यह देखना रोचक होगा।  पर क्या यह भी सम्भव है कि सरकार के ही किसी हिस्से ने यह लीक कराई हो? हो सकता है क्यों नहीं हो सकता।  

Thursday, July 29, 2010

ये खेल नहीं हैवानियत हैं



स्पेन की बुल फायटिंग का विरोध सारी दुनिया में होता रहा है। बुधवार को स्पेन के कैटालोनिया क्षेत्र की संसद ने इस पर रोक लगाने का प्रस्ताव पास कर दिया। यह रोक 2012 से लागू होती। कैटालोनिया से पहले 1991 में कैनरी आयलैंड इस खूनी खेल पर रोक लगा चुका है। अब देश में कुछ इलाके बचे हैं, जहाँ यह अब भी चालू है। इनमें राजधानी बार्सीलोना भी एक है। 


बुलफायटिंग को दुनिया के सबसे घृणित खेलों में से एक माना जाता है, जिसमें एक सांड़ को हजारों की भीड़ के सामने मारा जाता है। भले ही इसमें सांड़ों से लड़ने वालों की बहादुरी भी हो। इसके अलावा अमेरिका की डॉगफाइट और प्रो बॉक्सिंग भी घृणित खेल हैं। 

बुल फायटिंग पर रोक
बीबीसी पर चित्र झाँकी
विकिपीडिया पर बुलफायटिंग

Wednesday, July 28, 2010

सायबर क्राइम का मास्टरमाइंड पकड़ा गया

स्लोवेनिया में एक कम्प्यूटर हैकर पकड़ा गया है, जिसने मैरीपोसा या बटरफ्लाई नाम के वायरस को लिखा था। इसरडो नाम के जिस 23 वर्षीय युवा को पकड़ा गया है वह साइबर क्राइम की महत्वपूर्ण कड़ी बताया गया है। 


इंटरनेट पर धोखाधड़ी से कमाई करने वाला एक चक्र है। इसे बॉटनेट कहते हैं। इसमें सॉफ्टवेयर बनाने वाले, रोबो, आर्थिक अपराधी और कई तरह के लोग शामिल हैं। इसका पहला काम आपके कम्प्यूटर की बॉट लगाना है। यानी यह आपकी जानकारी के बगैर आपके कम्प्यूटर में एक प्रोग्राम इंस्टॉल हो जाता है। इस प्रकार आपका एक नेटवर्क में आपकी जानकारी के बगैर शामिल हो जाता है, जैसे अक्सर किसी अपराधी के गिरोह में शामिल होकर परवश हो जाते हैं।  यह आपके कम्प्यूटर से दूसरों को स्पैम ई-मेल भेजता है। आपके बैंक कार्ड वगैरह की जानकारी भी वह निकाल लेता है। इसके बाद आपके कम्प्यूटर में  यह प्रोग्राम डालने वाला आपकी जानकारी आपराधिक गिरोहों को बेचता है। 


बताते हैं मैरीपोसा बॉटनेट नियंत्रण के बाहर हो गया था। पर आमतौर पर ऐसे लोग अपनी सफलता के ही शिकार होते हैं। उनकी सफलता उन्हें अपने दायरे का विस्तार करने को प्रेरित करती है। जिस बॉटनेट के प्रणेता को पकड़ा गया है उसके शिकार करीब 1.20 करोड़ कम्प्यूटर थे। इनमें अनेक बैंकों के कम्प्यूटर भी थे। 











बॉटनेट का सूत्रधार पकड़ा गया बीबीसी की खबर
फॉक्सन्यूज़ की खबर
एक और खबर
क्या होता है बॉटनेटः देखें विकीपीडिया

विकीलीक्स जैसे काम क्या सही हैं?

विकीलीक्स का नाम इस बार काफी बड़े स्तर पर सामने आया है, पर पत्रकारिता तो काफी हद तक इस तरह की लीक के सहारे चलती रही है। कोई न कोई भीतर के भेद बाहर करता है। विकीलीक्स ने 92000 से ज्यादा दस्तावेज़ बाहर निकाले हैं । इसका मतलब है कि एक-दो नहीं काफी लोग इस काम में लगे होंगे। दस्तावेज़ ओबामा प्रशासन से पहले के हैं। इनमें नई बात कोई खास नहीं है। अलबत्ता एक जानकारी नई है कि तालिबान के पास हीट सीकिंग विमानभेदी मिसाइलें हैं। 


ऐसी जानकारियाँ बाहर आने से रक्षा व्यवस्था को ठेस लगना स्वाभाविक है। यह जानकारी तालिबान के पास भी गई है। इससे उनकी रणनीति को मदद मिलती है। खुफिया जानकारी को जाहिर न करने की कानूनी व्यवस्था है। अमेरिकी खुफिया विभाग को अब यह पता लगाना होगा कि लीक कैसे हुआ। 


इस लीक में जिस 'टॉर' तकनीक का इस्तेमाल हुआ है, उसका उद्देश्य सार्वजनिक हित में काम करना है। साथ ही हैकिंग के नैतिक पहलू भी सामने आए हैं। सरकारें सार्वजनिक हित में काम करतीं हैं या गैर-सरकारी लोग सार्जनिक हित में काम करते हैं, इस सवाल का जवाब आसान नहीं है। बहरहाल सोचने-बिचारने के लिए एक नया विषय हमारे पास है।  हम इस मामले को अमेरिका के संदर्भ में देखते हैं, पर यदि ऐसा लीक हमारे देश में होता तब क्या हमारी यही प्रतिक्रिया होती? 


हिन्दुस्तान में प्रकाशित मेरा लेख पढ़ने के लिए कतरन पर क्लिक करें

कुछ उपयोगी लिंक
अमेरिका ने वॉर फंडिंग बिल पास किया
लीक दस्तावेज़ों को समझने में हफ्तों लगेंगे
ओबामा ने लीक के सहारे अपनी नीति को सही बताया
अमेरिकी लीक्स का इतिहास
हूट में नूपुर बसु का लेख

Tuesday, July 27, 2010

ग्लोबल अपडेट

पेरू मे सर्दी


इन दिनों जब हम भारत में उमस भरी गर्मी से परेशान हैं, पेरू में सरकार ने करीब आधे देश में आपत्काल की घोषणा की है। दक्षिणी गोलार्ध में होने के कारण वहाँ इन दिनों ठंड होती भी है, पर इस साल कुछ ज्यादा ही है। जिन शहरों में इन दिनों शून्य के आसपास तापमान होता था, वहाँ -24 डिग्री या  उससे भी नीचे चला गया है। 


सर्दी के कारण हजारों लोगों के मरने की खबर है। इनमें ज्यादातर बच्चे हैं। सर्दी से मरने के पीछे बड़ा कारण कुपोषण और गरीबी है। 


दोनों कास्त्रो खामोश रहे


क्यूबा में बतिस्ता के शासन का खात्मा हालांकि 1 जनवरी 1959 को हुआ था, पर वहाँ क्रांति दिवस 26 जुलाई को मनाया जाता है। दरअसल क्यूबा के 82 क्रांतिकारियों ने मैक्सिको से जो आंदोलन खड़ा किया था, उसकी शुरूआत 26 जुलाई 1953 को हुई थी। इन क्रांतिकारियों में फिदेल कास्त्रो भी थे। 


इस साल आशा थी कि नए राष्ट्रपति राउल कास्त्रो क्रांति दिवस पर कुछ ऐसा बोलेंगे, जो क्रांतिकारी हो। फिदेल के छोटे भाई राउल सार्जनिक रूप से बहुत कम बोलते हैं। उन्होंने क्रांति दिवस पर भी कुछ नहीं बोला। उनकी जगह उप राष्ट्रपति वेंच्यूरा ने देश को संबोधित  किया। पिछले महीने राउल कास्त्रो ने देश में राजनैतिक बंदियों को रिहा करने की घोषणा की थी। उसके बाद से आशा थी कि वे शायद कुछ नए कदम उठाएंगे। 


वेनेज़ुएला-कोलम्बिया तनाव


इन दिनों वेनेज़ुएला और कोलम्बिया के बीच तनाव करीब-करीब उतना ही तीखा हो गया है, जितना सुदूर पूर्व में दोनों कोरियाओं के बीच है। कोलम्बिया इस इलाके में अमेरिका का मित्र देश है। उसका आरोप है कि वेनेज़ुएला उसके विद्रोहियों की मदद कर रहा है। दोनों देशों के बीच युद्ध का अंदेशा है। इस बीच वेनेज़ुएला ने धमकी दी है कि वह अमेरिका को तेल की सप्लाई बंद कर देगा।