प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गो-भक्ति के नाम पर हो रही
हत्याओं पर बयान देने में कुछ देर की है. उन्होंने कहा है कि गो-रक्षा के नाम पर
हिंसा बर्दाश्त नहीं की जा सकती. उनके इस बयान का पिछले कुछ समय से इंतजार था.
खासतौर से दिल्ली के पास बल्लभगढ़ में एक किशोर जुनैद की हत्या के बाद देश का
नागरिक समाज गो-रक्षा के नाम पर हिंसा फैलाने वालों से नाराज है.
ऐसा नहीं कि अतीत में प्रधानमंत्री इस विषय पर कुछ बोले
नहीं हैं. उत्तर प्रदेश के दादरी में अखलाक की हत्या से लेकर गुजरात के उना में
दलितों की पिटाई तक की उन्होंने आलोचना की. पर अब जरूरत इस बात की है कि वे अपनी
बात को कड़ाई से कहें और गो-रक्षा के नाम पर बढ़ती जा रही अराजकता को रुकवाएं.
अन्यथा यह घटनाक्रम राजनीतिक रूप से नुकसानदेह साबित होगा.