नवंबर में घोषित सुपर कंप्यूटरों की टॉप 500 सूची में भारत के दो सुपर कंप्यूटरों के नाम भी शामिल हैं। राष्ट्रीय सुपर कंप्यूटिंग अभियान (एनएसएम) के तहत निर्मित ‘परम सिद्धि एआई’ को विश्व के 500 सबसे शक्तिशाली कंप्यूटरों की सूची में 63 वां स्थान प्राप्त हुआ है। दूसरे सुपर कंप्यूटर मिहिर को 146वाँ स्थान मिला है। परम सिद्धि की क्षमता है 5.267 पेट फ्लॉप्स और मिहिर की 2.8। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग (डीएसटी) के सचिव आशुतोष शर्मा ने कहा कि सुपर कंप्यूटर के क्षेत्र में भारत भी दुनिया की सबसे महत्वपूर्ण देशों मे शामिल हो गया है।
सुपर कंप्यूटर
क्या होता है?
सुपर कंप्यूटर सामान्य कंप्यूटर की तुलना में असाधारण तेजी से काम करने वाले कंप्यूटरों को कहते हैं। इन कंप्यूटरों के काम करने की गति को फ्लोटिंग पॉइंट ऑपरेशंस पर सेकेंड (फ्लॉप्स) के आधार पर तय किया जाता है, जबकि सामान्य कंप्यूटरों की गति मिलियन इंस्ट्रक्शंस पर सेकेंड (एमआईपीएस) से तय होती है। सुपर कंप्यूटरों में हजारों, लाखों प्रोसेसर लगे होते हैं, जो एक सेकेंड में खरबों गणनाएं कर सकते हैं। आधुनिक परिभाषा के अनुसार, वे कंप्यूटर, जो 500 मेगाफ्लॉप की क्षमता से कार्य कर सकते हैं, सुपर कंप्यूटर कहलाते है। मीट्रिक प्रणाली में किलो, मेगा, गीगा, टेरा, पेटा, एक्ज़ा और ज़ीटा पूर्व प्रत्यय मेगा दस लाख की संख्या को व्यक्त करता है। जैसे मेगावॉट। इस तकनीक में तेजी से विकास हो रहा है।