अमेरिका के ट्रंप-प्रशासन ने वस्तुतः इस बात की खुली घोषणा कर दी है कि अमेरिकी-प्रभाव के विस्तार के बजाय उसकी ‘आंतरिक-महानता ‘को फिर से स्थापित करना होगा. यानी कि अमेरिका की विदेश-नीति भी ‘मेक अमेरिका ग्रेट अगेन सिद्धांत’ पर केंद्रित होगी.
अमेरिका की नई राष्ट्रीय सुरक्षा-नीति (एनएसएस) से
ऐसा ही आभास मिलता है. हालाँकि यह दस्तावेज़ 25 नवंबर को जारी हुआ था, पर हाल में
ही सामने आया है. इस छोटे से दस्तावेज़ में अमेरिका के अंतरराष्ट्रीय हितों,
उन हितों के क्रम और समग्र रूप से बदलती विश्व व्यवस्था पर, अब तक
का सबसे स्पष्ट वर्णन किया गया है.
आम बोलचाल की भाषा में लिखे गए, इस दस्तावेज़
में ट्रंप और उनकी टीम की खास शैली झलकती है. शुरुआत से ही, यह
दस्तावेज़ रणनीति के वास्तविक अर्थ को परिभाषित करता है.
2021 में अपना पद संभालने के बाद जो बाइडेन ने कहा था, ‘अमेरिका इज़ बैक, हमारी विदेश-नीति के केंद्र में डिप्लोमेसी की वापसी हो रही है।’ वह मानवीय और उदार-अमेरिका था. ट्रंप उस उदार-अमेरिका को तमाम समस्याओं की जड़ मानते हैं.




