मोदी
सरकार के पिछले चार साल से ज्यादा महत्वपूर्ण है अगला एक साल। पिछले चार साल की बहुत
सी बातें वोटर को याद रही हैं, बहुत सी भुला दी गई हैं। करीब की बातें ज्यादा याद
रहती हैं। इसलिए देखना होगा कि आने वाले दिनों में ऐसी क्या बातें सम्भव हैं, जो
मोदी सरकार के पक्ष में या विरोध में जा सकती हैं।
नरेन्द्र
मोदी ने अपना राजनीतिक आधार तीन तरह के मतदाताओं के बीच बनाया है। एक, अपवार्ड
मोबाइल शहरी युवा और स्त्रियाँ, जिन्हें एक नया आधुनिक भारत चाहिए। दूसरा मतदाता
है, ग्रामीण भारत का, जो अपनी बुनियादी जरूरतों को लेकर परेशान रहता है। तीसरा
मतदाता बीजेपी के ‘राजनीतिक हिन्दुत्व’ का समर्थक है। इसे पार्टी का ‘कोर वोटर’ कह सकते हैं। पिछले चुनाव
में पार्टी की मुख्य अपील विकास और बदलाव को लेकर थी।