स्लोवेनिया में एक कम्प्यूटर हैकर पकड़ा गया है, जिसने मैरीपोसा या बटरफ्लाई नाम के वायरस को लिखा था। इसरडो नाम के जिस 23 वर्षीय युवा को पकड़ा गया है वह साइबर क्राइम की महत्वपूर्ण कड़ी बताया गया है।
इंटरनेट पर धोखाधड़ी से कमाई करने वाला एक चक्र है। इसे बॉटनेट कहते हैं। इसमें सॉफ्टवेयर बनाने वाले, रोबो, आर्थिक अपराधी और कई तरह के लोग शामिल हैं। इसका पहला काम आपके कम्प्यूटर की बॉट लगाना है। यानी यह आपकी जानकारी के बगैर आपके कम्प्यूटर में एक प्रोग्राम इंस्टॉल हो जाता है। इस प्रकार आपका एक नेटवर्क में आपकी जानकारी के बगैर शामिल हो जाता है, जैसे अक्सर किसी अपराधी के गिरोह में शामिल होकर परवश हो जाते हैं। यह आपके कम्प्यूटर से दूसरों को स्पैम ई-मेल भेजता है। आपके बैंक कार्ड वगैरह की जानकारी भी वह निकाल लेता है। इसके बाद आपके कम्प्यूटर में यह प्रोग्राम डालने वाला आपकी जानकारी आपराधिक गिरोहों को बेचता है।
बताते हैं मैरीपोसा बॉटनेट नियंत्रण के बाहर हो गया था। पर आमतौर पर ऐसे लोग अपनी सफलता के ही शिकार होते हैं। उनकी सफलता उन्हें अपने दायरे का विस्तार करने को प्रेरित करती है। जिस बॉटनेट के प्रणेता को पकड़ा गया है उसके शिकार करीब 1.20 करोड़ कम्प्यूटर थे। इनमें अनेक बैंकों के कम्प्यूटर भी थे।
बॉटनेट का सूत्रधार पकड़ा गया बीबीसी की खबर
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