हिंदू में कशव का कार्टून |
मंजुल का कार्टून |
यह सच है कि हमारी फर्स्ट पास्ट द पोस्ट प्रणाली में ऐसा बहुत कम होता है कि किसी पार्टी को देश भर में 50 फीसदी से ज्यादा वोट मिलते हैं। प्रायः 30 से 35 फीसदी वोट पर ही स्पष्ट बहुमत मिल जाता है। चूंकि नम्बर का खेल है, इसलिए सभी पार्टियाँ जाति और सम्प्रदाय का खेल खेलती हैं। इधर कुछ लोगों ने अपने आप को सेक्युलर घोषित किया है। सेक्युलर को अक्सर हम असाम्प्रदायिक का पर्याय मानते हैं। सेक्युलर राज व्यवस्था होती है और देश में संविधान की शपथ लेकर गठित होने वाली हरेक पार्टी सेक्युलर है।
बहरहाल हमें 16 का इंतजा़र है। अलबत्ता आज के अखबारों की दो-एक कतरने पेश हैं ताकि सनद रहे।
एक्ज़िट पोल कितने सही या गलत साबित होते रहे हैं।
इस बार के पोल परिणाम
बस ३ दिन बाद खेल खत्म। .
ReplyDeleteवैसे भाजपा की सरकार के बन रहे हैं आसार
तब तक जनता को मिलती रहेगी खबरसार