अयाज सादिक |
गुरुवार को दो वीडियो के वायरल होने से भारत और पाकिस्तान में सनसनी फैल गई। दोनों वीडियो पाकिस्तानी संसद में दो महत्वपूर्ण व्यक्तियों के बयानों से जुड़े थे। पाकिस्तान की संसद के पूर्व स्पीकर और पाकिस्तान मुस्लिम लीग (नून) के वरिष्ठ नेता अयाज सादिक ने बुधवार 28 अक्तूबर को देश की संसद में एक ऐसा बयान दिया, जिसकी तवक्को न सेना को की थी और न इमरान खान की सरकार को। उनका कहना था कि बालाकोट में एयर स्ट्राइक के अगले दिन हुए पाकिस्तानी हवाई हमले में एफ-16 विमान को मार गिराने वाले भारतीय सैनिक विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान की रिहाई पाकिस्तान सरकार ने इस बात से घबरा कर की थी कि भारत हमला कर देगा। उन्होंने पाकिस्तानी विदेशमंत्री शाह महमूद कुरैशी और सेनाध्यक्ष कमर जावेद बाजवा को अभिनंदन की रिहाई के लिए जिम्मेदार ठहराया। सादिक ने संसद में बयान दिया कि अभिनंदन की कब्जे में लेने के बाद भारत हमला न कर दे इसको लेकर बाजवा के पैर कांप रहे थे।
अयाज सादिक के इस
बयान पर टीका-टिप्पणी चल ही रही थी कि पाकिस्तान के मंत्री फवाद चौधरी ने संसद में
एक और बयान दिया, जो और ज्यादा सनसनीखेज था। उन्होंने कहा कि पिछले साल फरवरी में
हुए पुलवामा के हमले में इमरान खान सरकार का हाथ था। बाद में वे अपने बयान से मुकर
गए और बोले कि हमारा देश आतंकवाद का समर्थन नहीं करता है। और पुलवामा हमले पर उनकी
टिप्पणी की गलत व्याख्या की गई थी। मुझे गलत समझा गया। पहले फवाद चौधरी का बयान
देखें:-
इसके पहले सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो में सादिक ने इमरान सरकार को निशाने पर लेते हुए कहा, ‘अभिनंदन की क्या बात करते हैं, मुझे याद है कि शाह महमूद कुरैशी उस मीटिंग में थे जिसमें प्राइम मिनिस्टर ने आने इनकार कर दिया था। चीफ ऑफ आर्मी साहब (जनरल बाजवा) तशरीफ लाए। पैर कांप रहे थे, पसीने माथे पर थे। हमसे शाह महमूद कुरैशी साहब ने कहा कि खुदा के वास्ते इसे (अभिनंदन) वापस जाने दें। चूंकि 9 बजे रात को हिंदुस्तान पाकिस्तान पर अटैक कर रहा है।’
उन्होंने आगे कहा, हिंदुस्तान को कोई अटैक नहीं करना था, कुछ नहीं होना था, सिर्फ घुटने टेक कर
अभिनंदन को वापस भेजना था, जो इन्होंने किया।’ यह
बयान सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। पाकिस्तान की स्वतंत्र पत्रकार नायला
इनायत ने इस वीडियो को शेयर करते हुए शाह महमूद कुरैशी और प्रधानमंत्री इमरान खान
पर तंज कसा है, ‘कुरैशी सहित इमरान खान नोबेल पुरस्कार के हकदार
हैं।’ 27 फरवरी 2019 को पाकिस्तान के जवाबी हमले के दौरान अभिनंदन
पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) में लड़ाकू विमान एफ-16 विमान को मार
गिराने के बाद पाकिस्तान के कब्जे में फंस गए थे। उनका मिग-21 बायसन विमान क्रैश हो गया था। भारत की तरफ से रिहाई मांग होने
पर पाकिस्तान ने देर रात अभिनंदन को रिहा कर दिया था।
उनके इस बयान के बाद देश में हड़कंप मच गया है। सबसे पहले
पाकिस्तानी सेना की जन संपर्क शाखा आईएसपीआर के डीजी मेजर जनरल बाबर इफ्तिकार ने बयान जारी किया कि अभिनंदन की रिहाई के पीछे पाकिस्तान सरकार की
परिपक्व प्रतिक्रिया के अलावा कोई और कारण नहीं था। हालांकि उन्होंने सरदार अयाज
सादिक का नाम नहीं लिया, पर स्वाभाविक है कि यह स्पष्टीकरण उस बयान की प्रतिक्रिया
में था। उधर अयाज सादिक ने आज कहा कि उनका बयान तोड़-मरोड़कर पेश किया गया है।
पाकिस्तान में इमरान
खान के खिलाफ विरोधी दलों का महागठबंधन सेना को भी निशाने पर ले रहा है। पूर्व
प्रधानमंत्री नवाज शरीफ लगातार सेना को खिलाफ बयान जारी कर रहे हैं। पाकिस्तान में
इसके पहले सेना पर इस तरह से खुले आरोप पहले कभी नहीं लगे। हाल ही में वीडियो लिंक
के जरिए नवाज शरीफ ने पाकिस्तान के बिगड़े हालात के लिए सेना प्रमुख जनरल बाजवा और
आईएसआई के निदेशक जनरल हमीद को जिम्मेदार ठहराया था।
इस घटनाक्रम की गम्भीरता का पता इस बात से भी लगता है कि सेना प्रमुख कमर जावेद बाजवा ने गुरुवार को प्रधानमंत्री इमरान खान से मुलाकात भी की। देश में अफरातफरी का माहौल है। गत मंगलवार को पेशावर के एक मदरसे में हुए बम विस्फोट में आट लोगों की मौत हो गई और करीब सवा सौ लोग घायल हुए हैं। दूसरी तरफ विरोधी दलों के गठबंधन पीडीएम की रैलियों के कारण सरकार के खिलाफ माहौल बनता जा रहा है। ऐसे में सेनाध्यक्ष के साथ इमरान खान की यह बैठक को काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
अयाज सादिक का बयान देखें
बढ़िया।
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