काफी खींचतान के बाद महाराष्ट्र कांग्रेस को नाना पटोले के रूप में नया
अध्यक्ष मिल गया है। पिछले एक महीने से इस पद को लेकर खींचतान चल रही थी। पटोले की
जीत तब लगभग पक्की हो गई थी, जब वे बुधवार को राहुल गांधी से दिल्ली में मिले थे।
यह मुलाकात 10, जनपथ में हुई थी। नाना पटोले के साथ कांग्रेस हाईकमान ने 6
कार्यकारी अध्यक्ष और 10
उपाध्यक्ष की मजबूत टीम भी बनाई है। यह टीम
राज्य में किस प्रकार से काम करेगी यह देखना दिलचस्प होगा। इसके अलावा कांग्रेस के
पार्लियामेंट्री बोर्ड में कुल 3
5 सदस्यों का समावेश किया गया है।कौन हैं नाना पटोले
पांच जून 1963 को जन्में
नाना पटोले भाजपा में रहते हुए सांसद भी रह चुके हैं। पटोले पहले भारतीय जनता
पार्टी से सांसद थे, लेकिन 2017 में उन्होंने पार्टी से इस्तीफा दे दिया
था। इसके बाद वह 11 जनवरी 2018 को कांग्रेस में शामिल हो गए थे। किसानों के प्रति उनके लगाव को देखते हुए
कांग्रेस पार्टी ने उन्हें ऑल इंडिया किसान कांग्रेस का चेयरमैन भी नियुक्त किया
था।
बागी नेता के तौर पर अपनी छवि बनाने वाले पटोले कई पार्टियों में अपनी राजनीति
को चमका चुके हैं। उन्होंने शिवसेना के नेता के तौर पर भी काम किया है। 2014 का लोकसभा चुनाव नाना पटोले ने भाजपा के
टिकट पर लड़ा था और एनसीपी के प्रफुल्ल पटेल को हराया था। लेकिन पीएम मोदी के
खिलाफ लगातार बयान देने के कारण भाजपा ने इन्हें अलग-थलग कर दिया। जिसके बाद
इन्होंने भाजपा को छोड़कर कांग्रेस का दामन थाम लिया था। तब उन्होंने दिग्गज नेता
और पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रफुल्ल पटेल को 149254 मतों से पराजित किया था।
नाना पटोले साल 2009 से 2014 तक साकोली विधानसभा सीट से विधायक भी रहे
हैं। विधायक रहते हुए उन्होंने ओबीसी समाज के अधिकारों को लेकर महाराष्ट्र की
विधानसभा में कई मुद्दों को उन्होंने उठाया है।
पटोले भंडारा जिले के मनोहर भाई पटेल कॉलेज से पोस्ट ग्रेजुएट हैं। परिवार में
पत्नी समेत उनकी दो बेटियां और एक बेटा है। नाना पटोले को गर्म मिजाज और
स्पष्टवादी नेता माना जाता है।
इन पदों पर रह चुके हैं नाना पटोले
·
· साल 1990-
भंडारा जिला परिषद सदस्य
·
साल 1999-2014 तक तीन बार विधायक चुने गए
·
साल 2014 में सोलहवीं लोकसभा में बीजेपी के टिकट पर
सांसद बने
·
साल 2019 में कांग्रेस के टिकट पर साकोली विधानसभा
सीट से विधायक चुने गए
·
साल 2019 में विधानसभा चुनाव के बाद महाराष्ट्र
विधानसभा के अध्यक्ष बने
No comments:
Post a Comment