एटमी बिजली बनाने की दिशा में हम तेजी से बढ़ रहे हैं। इस वक्त हमारे यहाँ नाभिकीय बिजली तैयार करने की क्षमता 3981 मैगावॉट है। सन 2020 तक यह 20,000 मैगावॉट हो जाएगी और 2032 तक 60,000 मैगावॉट। एटमी बिजली प्रदूषण रहित होती है और इसमें प्राकृतिक साधनों का दोहन कम होता है। दूसरी ओर अंदेशा यह है कि कभी कोई दुघर्टना हुई तो वह महा विनाशकारी होगी। ज़रूरत इस बात की है कि हम भविष्य की स्थितियों को ध्यान में रखकर कानूनी व्यवस्थाएं करें।
No comments:
Post a Comment