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आज़ाद भारत
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Monday, October 31, 2011
फॉर्मूला रेस कुशलता की प्रतीक ज़रूर है, पर इसकी राष्ट्रीय प्रश्नों से विसंगति है
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अक्सर स्पोर्ट्स चैनलों पर आपने देखी होंगी विशेष ट्रैकों पर दौड़ती एक सीट की कारें। ये कारें खासतौर से बनाई जाती हैं। दुनियाभर के अलग-अलग सर...
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Saturday, October 29, 2011
फॉर्मूला-1 बनाम श्रीलाल शुक्ल
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स्टीव जॉब्स इस दौर के के श्रेष्ठतम उद्यमियों में से एक थे, पर भारत के लोगों से उनका परिचय बहुत ज्यादा नहीं था। एपल के उत्पाद भारत में बहु...
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Friday, October 28, 2011
विचारों को व्यक्त होने का मौका तो मिले
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ग्यारहवीं सदी में भारत आए ईरानी विद्वान अल-बिरूनी ने लिखा है कि प्राचीन हिन्दू वैज्ञानिकों को अंतरिक्ष की अनेक परिघटनाओं की बेहतर जानक...
2 comments:
Monday, October 24, 2011
कारोबार और पत्रकारिता के बीच की दीवार कैसे टूटी?
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प्रेस की आज़ादी का व्यावहारिक अर्थ है मीडिया के मालिक की आज़ादी। इसमें पत्रकार की जिम्मेदारी उन नैतिक दायित्वों की रक्षा करने की थी जो इस ...
3 comments:
Sunday, October 23, 2011
चुनाव व्यवस्था पर नए सिरे से सोचना चाहिए
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चनाव-व्यवस्था-1 जरूरी है चुनावी व्यवस्था की समीक्षा भ्रष्टाचार के खिलाफ कोई भी व्यवस्था तब तक निरर्थक है जब तक राजनीतिक व्यवस्था में ...
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