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Monday, August 29, 2011
दस दिन का अनशन
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हरिशंकर परसाई की यह रचना रोचक है और आज के संदर्भों से जुड़ी है। इन दिनों नेट पर पढ़ी जा रही है। आपने पढ़ी न हो तो पढ़ लें। इसे मैने एक ज...
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कैसा संवाद संकलन?
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27 के इंडियन एक्सप्रेस में श्रीमती मृणाल पांडे का लेख प्रकाशित हुआ है, जिसमें हिन्दी अखबारों के संवाददाताओं को विज्ञापन लाने के काम मे...
3 comments:
अन्ना या नो अन्ना, देश की भावना को समझिए
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संसद में शनिवार की बहस सुनने के बाद आपको क्या लगता है ? संसद में मौजूद सांसदों और पार्टियों का सबसे बड़ा वर्ग टीम अन्ना के प्रस्तावो...
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Friday, August 26, 2011
अब अनशन की ज़रूरत नहीं
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सर्वदलीय बैठक के अगले दिन लोकसभा में प्रधानमंत्री, विपक्ष की नेता और लोकसभा अध्यक्ष के वचन देने के बाद अन्ना हजारे के आंदोलन का एक चरण ...
Wednesday, August 24, 2011
मीडिया असंतुलित है, अपराधी नहीं
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अन्ना हजारे के आंदोलन के उद्देश्य और लक्ष्य के अलावा दो-तीन बातों ने ध्यान खींचा है। ये बातें सार्वजनिक विमर्श से जुड़ी हैं, जो अंततः लोक...
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