tag:blogger.com,1999:blog-9736359.post4336991130437635145..comments2024-03-19T11:38:51.284+05:30Comments on जिज्ञासा: ‘बाबा संस्कृति’ का विद्रूपPramod Joshihttp://www.blogger.com/profile/01032625006857457609noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-9736359.post-47011866698184012502017-08-28T11:43:24.833+05:302017-08-28T11:43:24.833+05:30बेचारी गरीब जनता का कोई टोटका या मंत्र नहीं चल पात...बेचारी गरीब जनता का कोई टोटका या मंत्र नहीं चल पाता इन बाबाओं पर <br />गंभीर विचारशील प्रस्तुति कविता रावत https://www.blogger.com/profile/17910538120058683581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9736359.post-82495225834789553282017-08-28T10:48:17.000+05:302017-08-28T10:48:17.000+05:30जब राजनीतिज्ञों और तथाकथित बाबाओं का संगम होता है ...जब राजनीतिज्ञों और तथाकथित बाबाओं का संगम होता है तो स्थिति विनाशकारी बन जाती है, दोनों एकदूसरे को पोषित करते हैं और जनता को मूर्ख बनाते हैं Anitahttps://www.blogger.com/profile/17316927028690066581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9736359.post-5408922346422179422017-08-27T10:15:37.620+05:302017-08-27T10:15:37.620+05:30वर्तमान परिवेश में बाबा -संस्कृति का सामाजिक ,राजन...वर्तमान परिवेश में बाबा -संस्कृति का सामाजिक ,राजनैतिक प्रभाव शानदार और बेबाक ढंग से विवेचित हुआ है प्रस्तुत लेख में। सारगर्भित एवं विचारणीय लेख। Ravindra Singh Yadavhttps://www.blogger.com/profile/09309044106243089225noreply@blogger.com