tag:blogger.com,1999:blog-9736359.post3184604370514407646..comments2024-03-19T11:38:51.284+05:30Comments on जिज्ञासा: सुधारों के लिए चाहिए साहसPramod Joshihttp://www.blogger.com/profile/01032625006857457609noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-9736359.post-22069963665794145572012-07-02T09:09:15.110+05:302012-07-02T09:09:15.110+05:30हाँ प्रवीण जी। मैं यह मानकर चल रहा हूँ कि सुधार के...हाँ प्रवीण जी। मैं यह मानकर चल रहा हूँ कि सुधार के ज्यादातर कार्यक्रमों को आगे बढ़ाने की ज़रूरत है। यदि कोई कहे कि ज़रूरत नहीं है तब फिर साहस वगैरह का सवाल पैदा नहीं होता। सच यह है कि उदारीकरण के ज्यादातर कार्यक्रमों को रोका नहीं जा सकेगा। सिर्फ लटकाया जा सकता है। दिल्ली में कभी सीपीएम की सरकार आ जाएगी तब भी वे लागू होंगे।Pramod Joshihttps://www.blogger.com/profile/01032625006857457609noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9736359.post-655681337618012652012-07-02T08:53:33.301+05:302012-07-02T08:53:33.301+05:30साहस चाहिये, पर साहस के पहले समझ भी आवश्यक हैसाहस चाहिये, पर साहस के पहले समझ भी आवश्यक हैप्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.com