tag:blogger.com,1999:blog-9736359.post3163152507334083431..comments2024-03-19T11:38:51.284+05:30Comments on जिज्ञासा: पारम्परिक उद्यमों में नई रोशनीPramod Joshihttp://www.blogger.com/profile/01032625006857457609noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-9736359.post-57714447722390581632015-10-27T15:39:38.858+05:302015-10-27T15:39:38.858+05:30ज्ञानवर्धक आलेख. प्रधानमंत्री जी ने अभी कहा था कि ...ज्ञानवर्धक आलेख. प्रधानमंत्री जी ने अभी कहा था कि पब्लिक सेक्टर और प्राइवेट सेक्टर के अलावा अब एक और सेक्टर भी जुड़ गया है वह है पर्सनल सेक्टर जिस पर ध्यान देने की सबसे ज्यादा जरुरत है. अगर इस सेक्टर को जिन्हें बहुत ज्यादा पैसे की आवश्यकता नहीं है सिर्फ पच्चीस पचास हज़ार से भी उनका काम जोर पकड़ सकता है उन्हें बिना गारंटी के बैंक से सस्ता क़र्ज़ मिल सके. दूसरा बाज़ार तक इन लोगो की पहुँच बनाने की है. अगर इस विषय में कुछ पहल होती है सभी लोग खुशहाली का जीवन बसर कर सकेंगे और देश एक नयी प्रगति की राह पकड़ेगा..रचना दीक्षितhttps://www.blogger.com/profile/10298077073448653913noreply@blogger.com